
Himachal Weather: हिमाचल प्रदेश में मौसम में अचानक से बदलाव देखने को मिला। दोपहर के बाद शिमला, कुफरी और आसपास के इलाकों में भारी बारिश हुई। इससे कई जगहों पर पानी भर गया और सड़कें बंद हो गईं। कांगड़ा जिले के नगरोटा सूरियां में सबसे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई। प्रदेश में इस समय 274 सड़कें बंद हैं, जिसके कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
हिमाचल प्रदेश में बारिश और भूस्खलन से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। पहाड़ियों से गिरे मलबे की वजह से कई राष्ट्रीय राजमार्गों को बंद करना पड़ा है। सोलन जिले के कसौली में बुधवार रात एक 200 साल पुरानी स्नो व्यू कोठी पर तीन पेड़ गिर गए। उस समय कोठी में एक परिवार सो रहा था, लेकिन इससे किसी को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
मौसम विभाग ने आज यानी कि 25 जुलाई को कुछ जगहों पर बारिश की संभावना जताई है। साथ ही IMD ने बताया कि 26, 27 और 28 जुलाई को कई जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। प्रदेश में अभी तक 56 ट्रांसफार्मर खराब हैं।
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इस मानसून सीजन में अब तक हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 12% ज्यादा बारिश हुई है। आमतौर पर 20 जून से 24 जुलाई के बीच करीब 293.9 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस बार 328.2 मिमी बारिश हो चुकी है। भारी बारिश के कारण प्रदेश में अब तक करीब 1387 करोड़ रुपये की सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। मानसून से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की कुल संख्या 137 तक पहुंच गई है। इसके अलावा, 27 लोगों की मौत लैंडस्लाइड, बादल फटने और बाढ़ जैसे हादसों में हुई है, जबकि सड़क हादसों में 68 लोगों ने जान गंवाई है।