केंद्र सरकार में पेट्रोलियम मंत्रालय का जिम्मा संभालने वाले धर्मेंद्र प्रधान सीएए और एनआरसी का विरोध करने वालों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत माता की जय बोलने वाले ही इस देश में रहेंगे। इसके साथ ही उन्होंने पूछा कि क्या इस देश को धर्मशाला बनाएंगे।
नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर को लेकर जारी संग्राम के बीच केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का बड़ा बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि क्या इस देश को हम धर्मशाला बनाएंगे? इसके साथ ही उन्होंने कार्यक्रम में आजादी की लड़ाई का जिक्र किया।
क्या इसलिए लड़ी आजादी की लड़ाई
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, 'क्या भगत सिंह और नेता जी सुभाष चंद्र बोस का बलिदान बेकार जाएगा? क्या लोगों ने स्वतंत्रता के लिए इसलिए लड़ाई की ताकी आजादी के 70 साल बाद देश इस पर विचार करेगा कि नागरिकता गिनें या न गिनें? क्या इस देश को हम धर्मशाला बनाएंगे?'
विरोध करने वालों से पूछा सवाल
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) का विरोध कर रहे लोगों पर शनिवार को निशाना साधा। धर्मेंद्र प्रधान ने विरोध करने वालों से सवाल किया कि क्या वे देश को ‘‘धर्मशाला'' बनाना चाहते हैं। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक समारोह में कहा कि भगत सिंह और सुभाष चंद्र बोस जैसे लोगों ने देश की आजादी के लिए अपना जीवन कुर्बान कर दिया।
केवल भारत माता की जय कहने वाले ही यहां रहें
धर्मेंद्र प्रधान ने सवाल किया, ‘क्या अब हम हमारे देश को धर्मशाला बनाने जा रहे हैं, जहां कोई भी बिना रोक-टोक के घूम सके।' बीजेपी नेता ने कहा, ‘इसलिए हमें यह चुनौती स्वीकार करनी होगी और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि केवल वे लोग ही यहां रह सकें जो ‘भारत माता की जय' कहने के लिए तैयार हैं।'