बिछड़े सभी बारी-बारी: शरद यादव के निधन से भावुक हुए लालू, हम खूब लड़ते थे, लेकिन..., सुनें एक इमोशनल वीडियो

75 वर्षीय पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव के निधन से लालू प्रसाद यादव बहुत दु:खी हैं। शरद और लालू के बीच बड़े-छोटे भाई जैसा रिश्ता था। लालू ने कहा कि उनके बीच आपसी मतभेद होते रहे, लेकिन कभी किसी तरह की कड़वाहट नहीं हुई।

Amitabh Budholiya | Published : Jan 13, 2023 12:46 AM IST / Updated: Jan 13 2023, 11:37 AM IST

पटना(Patna). 75 वर्षीय पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव(Sharad Yadav Death) के निधन से लालू प्रसाद यादव बहुत दु:खी हैं। शरद और लालू के बीच बड़े-छोटे भाई जैसा रिश्ता था।(पहली तस्वीर: लालू प्रसाद यादव और शरद यादव और नीतीश कुमार) राष्ट्रीय जनता दल (राजद-RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि उनके बीच आपसी मतभेद होते रहे, लेकिन कभी किसी तरह की कड़वाहट नहीं हुई। इधर, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को समाजवादी नेता शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें संसद में वंचितों की महत्वपूर्ण राष्ट्रीय आवाज बताया। राष्ट्रपति ने एक ट्वीट किया-"पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए लड़ने वाले सत्तर के दशक के छात्र नेता, शरद जी संसद में वंचितों की एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय आवाज थे। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।" पढ़िए पूरी डिटेल्स...

Latest Videos

यादे शेष: लालू प्रसाद यादव और शरद यादव 


मधेपुरा लोकसभा सीट पर यादव के साथ चुनावी लड़ाई में शामिल रहे प्रसाद ने सिंगापुर में अपने अस्पताल के बिस्तर से एक वीडियो बयान जारी किया, जहां वह गुर्दा प्रत्यारोपण सर्जरी( kidney transplant surgery) से स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं।

शरद यादव को बड़े भाई के रूप में संदर्भित करते हुए लालू प्रसाद ने दिवंगत नेता के साथ अपने पुराने जुड़ाव को याद किया। लालू ने कहा, "उन्होंने दिवंगत मुलायम सिंह यादव के अलावा नीतीश कुमार और मैंने समाजवाद की राजनीति राम मनोहर लोहिया और कर्पूरी ठाकुर से सीखी।"

राजद सुप्रीमो ने कहा, "कई मौकों पर, शरद यादव और मैं एक-दूसरे से लड़े। लेकिन हमारी असहमति ने कभी भी कड़वाहट पैदा नहीं की।"

यादे शेष: लालू प्रसाद यादव, शरद यादव और रामविलास पासवान

राजद सुप्रीमो ने कहा कि जब वे राजनीति गुमनामी(olitical wilderness) से बाहर निकलने के लिए संघर्ष कर रहे थे, तब उन्होंने मदद के लिए हाथ बढ़ाया था।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ झगड़े के बाद जद (यू) से मजबूर होकर, जिसकी वे एक बार अध्यक्षता कर रहे थे, यादव ने लोकतांत्रिक जनता दल बनाया था। प्रसाद के कहने पर, उन्हें 2019 के लोकसभा चुनावों में राजद का टिकट दिया गया था और उनकी बेटी सुभाषिनी यादव को पार्टी ने एक साल बाद विधानसभा चुनाव में मैदान में उतारा था। 2022 में यादव ने अपनी पार्टी का राजद में विलय कर दिया। 

(शरद यादव को श्रद्धांजलि देने पहुंचे अमित शाह)


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी विरासत चलती रहेगी।  यादव को एक कद्दावर राजनेता बताते हुए, बनर्जी ने कहा कि वह एक बेहद सम्मानित सहयोगी थे। टीएमसी प्रमुख ने ट्वीट किया, "श्री शरद यादव के निधन के बारे में सुनकर मुझे दुख हुआ है। एक दिग्गज राजनेता और बेहद सम्मानित सहयोगी, उनकी विरासत जीवित रहेगी।" ममता ने कहा, "मैं प्रार्थना करती हूं कि उनके परिवार और अनुयायियों को दु:ख की इस घड़ी में धैर्य और शक्ति मिले।"


कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने गुणवत्ता की राजनीति को मजबूत किया। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यादव विनम्र स्वभाव के व्यक्ति थे और उन्होंने उनसे बहुत कुछ सीखा है।

बता दें कि शरद यादव का गुरुवार को गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 75 वर्ष के थे। अनुभवी समाजवादी नेता लंबे समय से गुर्दे से संबंधित समस्याओं से पीड़ित थे और नियमित रूप से डायलिसिस करवाते थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटी और एक बेटा है।

राहुल गांधी ने हिंदी में एक tweet करके लिखा-"शरद यादव जी समाजवाद के नेता होने के साथ-साथ विनम्र स्वभाव के व्यक्ति थे। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है। मैं उनके शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। देश के लिए उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।" 

(शरद यादव के घर पहुंचे राहुल गांधी)

खड़गे ने हिंदी में एक ट्वीट में कहा, "जदयू के पूर्व अध्यक्ष और देश की समाजवादी धारा के वरिष्ठ नेता शरद यादव के निधन से दुखी हूं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और दशकों तक एक उत्कृष्ट सांसद के रूप में देश की सेवा करते हुए, उन्होंने समानता की राजनीति को मजबूत किया"।

कांग्रेस पार्टी ने भी यादव के निधन के बारे में ट्वीट किया और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। पार्टी ने कहा, "जदयू के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है।"

एआईसीसी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, "शरद यादव जी के निधन से स्तब्ध हूं। वह एक कट्टर समाजवादी थे और एक समावेशी भारत के विचार के लिए प्रतिबद्ध थे। उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। ओम शांति।" 

यह भी पढ़ें
एक और समाजवादी आवाज हुई खामोश: शरद यादव नहीं रहें, 75 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
शरद यादव का निधन: पीएम मोदी ने जताया दु:ख, सोशल मीडिया पर खास से आम तक दे रहा श्रद्धांजलि
10 बार सांसद रहे शरद यादव की कहानी: गोल्ड मेडलिस्ट इंजीनियर कैसे जेपी से प्रभावित होकर राजनीति में कूद पड़ा

 

Read more Articles on
Share this article
click me!

Latest Videos

'कुत्ते की पूंछ की तरह सपा के दरिंदे भी...' जमकर सुना गए Yogi Adityanath #shorts
धारा 370 पर मोदी ने खुलेआम दिया चैलेंज #Shorts
दिल्ली सरकार की नई कैबिनेट: कौन हैं वो 5 मंत्री जो आतिशी के साथ लेंगे शपथ
Akhilesh Yadav LIVE: माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रेस वार्ता
OMG! यहां बीवियां हो जाती हैं चोरी, जानें कहां चल रहा ऐसा 'कांड'