सार
वयोवृद्ध नेता की बेटी सुभाषिनी यादव ने फेसबुक पर जानकारी दी है।
Sharad Yadav Death: पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का निधन हो गया है। वह 75 साल के थे। वयोवृद्ध नेता की बेटी सुभाषिनी यादव ने फेसबुक पर जानकारी दी है। जनता दल के कद्दावर नेता रहे शरद यादव काफी दिनों तक एनडीए के अध्यक्ष भी रहे हैं। बाद के दिनों में उन्होंने अपनी लोकतांत्रिक जनता दल को राष्ट्रीय जनता दल में मर्ज कर दिया था। शरद यादव ने लालू यादव की पार्टी में विलय करने के साथ कहा था कि यह संयुक्त विपक्ष के लिए उठाया गया पहला कदम है।
फोर्टिस अस्पताल ने डेथ डिक्लेयर किया
गुरुग्राम के फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट के एक बयान में कहा गया है कि शरद यादव को अचेत अवस्था में आपातकालीन वार्ड में लाया गया था। जांच के दौरान न तो उनकी नाड़ी चल रही थी न ही ब्लड प्रेशर था। एसीएलएस प्रोटोकॉल के अनुसार उन्हें सीपीआर दिया गया था। सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, उन्हें पुनर्जीवित नहीं किया जा सका और रात 10.19 बजे मृत घोषित कर दिया गया।
नीतिश कुमार के जनता दल यू से अलग हुए थे
शरद यादव दस बार सांसद रहे हैं। तीन बार राज्यसभा और सात बार लोकसभा के लिए चुने गए थे। बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड के संस्थापक सदस्यों में भी रह चुके हैं। शरद यादव, जनता दल यू के अध्यक्ष रहे। हालांकि, 2018 में वह जदयू से अलग होकर लोकतांत्रिक जनता दल बना लिए थे। लेकिन 2020 में वह राष्ट्रीय जनता दल में अपनी पार्टी का विलय कर लिए थे।
मूल रूप से मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं शरद यादव
शरद यादव मूल रूप से मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। हालांकि, उनकी राजनीतिक कर्मभूमि यूपी और बिहार ही रही है। शरद यादव का जन्म एक जुलाई, 1947 को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद के बंदाई गांव के एक किसान परिवार में हुआ था। यादव ने प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। मध्य प्रदेश के जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से उन्होंने बीई की डिग्री हासिल की थी। हालांकि, जेपी आंदोलन में कूदने के बाद वह पूर्णकालिक राजनीति में ही रहे। जनता दल के कद्दावर नेताओं में शुमार शरद यादव कई बार केंद्रीय मंत्री रहे हैं।
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