
‘10 रुपये के डॉक्टर’ के नाम से मशहूर डॉ. टी.ए. कनगरथिनम का निधन हो गया है। वह बीते कई सालों से बीमार चल रहे थे। जिस तरह से उन्होंने महज 10 रुपए परामर्श शुल्क लेकर लोगों का इलाज किया उसे लोग हमेशा याद करते रहेंगे।
डॉ. टी ए कनगरथिनम जिन्हें 10 रुपए के डॉक्टर के नाम से भी जाना जाता है उनका निधन हो गया। शनिवार 7 जून को 96 साल की उम्र में पट्टुकोट्टई तंजावुर में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की वजह से उनका निधन हुआ। डॉ. कनगरथिनम की तीन बेटियां और एक बेटा है। वह तकरीबन 5 सालों से बिस्तर पर थे। 1950 के दशक के अंत में उन्होंने अपना चिकित्सा करियर शुरू किया और 1960 के दशक में पेरिया थेरू में एक क्लिनिक की स्थापना की। वह एक स्त्री रोग विशेषज्ञ थे और उन्होंने शुरुआत में 2 रुपए परामर्श शुल्क लिया। बाद में इसे बढ़ाकर 5 रुपए और 1990 में 10 रुपए किया गया।
आपको बता दें कि कई बार डॉक्टर उन लोगों को मुफ्त में भी परामर्श देते थे जो 10 रुपए देने में असमर्थ होते थे। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि डॉ. कनगरथिनम ने अपने जीवन में कई हजार गर्भवती महिलाओं की सुरक्षित डिलीवरी करवाई। यह बेहद कम शुल्क पर या फिर बिल्कुल मुफ्त था। कोरोना काल में जब लोगों पर आर्थिक संकट आया तो डॉ. कनगरथिनम ने मानवीयता का परिचय दिया। उन्होंने अपनी बिल्डिंग की दुकानों का किराया माफ कर दिया। इसी के साथ उनके पास क्लिनिक में दवा लेने के लिए आने वाले लोग भरोसा और अपनापन महसूस करते थे। कई बार लोग 10 रुपए देने में भी असमर्थ होते तो भी डॉक्टर मुस्कुराकर उनका इलाज करते थे। उनके इस सेवा भाव की चर्चाएं तमाम जगहों पर होती है।