DRDO scientist honey trap case: डीआरडीओ वैज्ञानिक के खिलाफ दर्ज चार्जशीट में कई खुलासे हुए हैं। पता चला है कि वैज्ञानिक ने पाक एजेंट से ब्रह्मोस लॉन्चर, अग्नि मिसाइल, ड्रोन और अन्य ऑफिशियल प्रोग्राम्स की जानकारी भी शेयर की थी।
नेशनल डेस्क। पाकिस्तानी एजेंट को खुफिया जानकारी देने के आरोप में डीआरडीओ वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर को गिरफ्तार किया गया है। जांच के दौरान पाकिस्तानी एजेंट से बातचीत के आरोप में उनके खिलाफ दर्ज की गई चार्जशीट में एटीएस ने नए खुलासे किए हैं। चार्जशीट के तहत प्रदीप कुरुलकर ने पाकिस्तानी जासूस जारा दासगुप्ता से ब्रह्मोस लॉन्चर, ड्रोन, यूसीवी और अग्नि मिसाइल लॉन्चर से रिलेटेड की इनफॉरमेशन शेयर की हैं। एटीएस ने शक होने पर कंप्यूटर के आईपी एड्रेस की जांच की तो पता चला कि जारा ब्रिटेन नहीं पाकिस्तान से है।
यहां जानें डीआरडी साइंटेस्ट पूरा मामला
पुणे स्थित डिफेंस रिसर्च एंड डेवलेपमेंट ऑरगेनाइजेशन (डीआरडीओ) की एक लेबोरेटरी के हेड प्रदीप कुरुलकर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से जुड़ी एक महिला के प्रेम में पड़ गए थे। सोशल मीडिया पर पाक एजेंट जारा से उनकी दोस्ती बढ़ गई थी। प्रदीप और जारा सोशल मीडिया पर चैट भी करते थे। बातचीत के दौरान प्रदीप ने कई संवेदनशील जानकारियां जारा से शेयर की। जांच के बाद महाराष्ट्र पुलिस की एटीएस ने तीन मई को प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया। एटीएस ने आरोपी के खिलाफ एक जुलाई को चार्जशीट दाखिल की थी।
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चार्जशीट में कई खुलासे
चार्जशीट में पता चला कि जारा दासगुप्ता ने खुद को ब्रिटेन की सॉफ्टवेयर इंजीयर बताकर डीआरडीओ वैज्ञानिक प्रदीप से दोस्ती की। अश्लील मैसेज और वीडियो भेजकर प्रदीप से गहरी दोस्ती कर प्रेमजाल में फंसा लिया। मुंबई एटीएस ने शक होने पर जांच शुरू की तो पाया कि जारा ब्रिटेन से नहीं है और वह पाकिस्तानी एंजेट है।
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ब्रह्मोस लॉन्चर, अग्नि मिसाइल की इनफॉरमेशन शेयर की
चार्जशीट में यह भी खुलासा हुआ कि पाकिस्तानी एजेंट जारा को प्रदीप ने ब्रह्मोस लॉन्चर, ड्रोन, यूसीवी, अग्नि मिसाइल लॉन्चर और मिलिट्री बीजिंग सिस्टम समेत कई खुफिया जानकारियां दी थीं। वैज्ञानिक प्रदीप की एक्टीविटीज संदिग्ध मिलने पर डीआरडीओ ने इंटरनल जांच का फैसला लिया है। हालांकि फरवरी 2023 में प्रदीप ने जारा का नंबर ब्लॉक कर दिया था।
आईपी एड्रेस से पता चला जारा पाकिस्तानी
चार्जशीट के मुताबिक जब एटीएस को शक हुआ तो जांच शुरू की गई। कंप्यूटर के आईपी एड्रेस से पता चला कि जारा ब्रिटेन नहीं, पाकिस्तान से बात करती है। दोनों के बीच चैट मैसेज निकाले गए तो पता चला कि प्रदीप ने पर्सनल डीटेल के साथ ही ऑफिशियल प्रोगाम्स के बारे में जारा को जानकारियां दी थीं।