शाहजहां शेख पर संदेशखाली में महिलाओं के साथ यौन शोषण करने का आरोप लगाया गया था।इसके अलावा उस पर ये भी आरोप है कि वो संदेशखाली में लोगों के जमीनों को हड़प कर उन पर मछली की खेती करता था।
संदेशखाली मामला। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज गुरुवार (14 मार्च) को तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कद्दावर नेता शेख शाहजहां और उनके सहयोगियों के खिलाफ जमीन हड़पने के आरोप में पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में कई स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान जांच एजेंसी ने अर्धसैनिक बलों के साथ मिलकर आज चार स्थानों पर छापेमारी की। प्रवर्तन निदेशालय (ED)के तरफ से ये कार्रवाई शाहजहां शेख के गिरफ्तार किए जाने के बाद की गई है।बंगाल पुलिस ने 28 फरवरी को शाहजहां शेख को सरबेरिया इलाके से गिरफ्तार किया था।इसकी गिरफ्तार के बाद राज्य में राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया था।
शाहजहां शेख पर संदेशखाली में महिलाओं के साथ यौन शोषण करने का आरोप लगाया गया था।इसके अलावा उस पर ये भी आरोप है कि वो संदेशखाली में लोगों के जमीनों को हड़प कर उन पर मछली की खेती करता था।इसके अलावा, जो लोग TMC को वोट नहीं देते थे, उनपर भी शाहजहां शेख के लोग हमला करते थे।इसको लेकर संदेशखाली की महिलाओं ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया और शाहजहां शेख की गिरफ्तारी को लेकर खूब बवाल काटा।
बंगाल पुलिस और CBI के बीच खींचतान
शाहजहां शेख को 55 दिनों तक फरार रहने के बाद पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद शाहजहां शेख की हिरासत को लेकर केंद्रीय एजेंसियों और राज्य पुलिस के बीच नाटकीय खींचतान शुरू हो गई। इसके लेकर राज्य पुलिस ने उसे सौंपने से इनकार कर दिया, जो राज्य सरकार द्वारा उच्च न्यायालय में चुनौती को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती देने की ओर इशारा करता था। हालांकि, उच्च न्यायालय ने माना कि उसके आदेश पर रोक नहीं लगाई गई है और बंगाल पुलिस को शाहजहां को सीबीआई को सौंपने का निर्देश दिया।