चुनाव आयोग ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तारीखों की घोषणा की, लेकिन गुजरात चुनाव की नहीं। मौसम के चलते आयोग हिमाचल प्रदेश में पहले चुनाव कराना चाहता है।
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तारीखों की घोषणा की, लेकिन उम्मीदों के विपरीत गुजरात चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा नहीं की। मुख्य चुनाव आयोग राजीव कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को एक चरण में मतदान होगा और 8 दिसंबर को मतगणना के बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे।
मीडियाकर्मियों द्वारा यह पूछे जाने पर कि चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश के साथ गुजरात चुनाव की तारीखों की घोषणा क्यों नहीं की, राजीव कुमार ने कहा कि 2017 में भी दोनों राज्यों के चुनावों की अलग-अलग घोषणा की गई थी। दरअसल, 2017 में हिमाचल प्रदेश के चुनाव 13 अक्टूबर को घोषित किए गए थे, जबकि गुजरात चुनाव 25 अक्टूबर को घोषित किए गए थे। हालांकि, दोनों राज्यों के परिणाम 18 दिसंबर, 2017 को घोषित किए गए थे।
मौसम की वजह से हिमाचल प्रदेश में पहले होगा मतदान
चुनाव आयोग के अनुसार मौसम की वजह से हिमाचल प्रदेश में चुनाव की घोषणा पहले की गई है। एक राज्य के चुनाव दूसरे के चुनाव को प्रभावित नहीं करेंगे। दोनों विधानसभाओं (गुजरात और हिमाचल प्रदेश) के कार्यकाल के अंत में 40 दिनों का अंतर है। आयोग ने पिछले महीने गुजरात का दौरा किया था और चुनाव कराने के लिए राज्य प्रशासन की तैयारियों की समीक्षा के लिए राज्य के अधिकारियों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में पहले चुनाव कराने के पीछे मौसम मुख्य वजह है। यहां सर्दी की शुरुआत में बर्फबारी की संभावना रहती है। बर्फबारी से चुनाव संपन्न कराने में परेशानी हो सकती है। इसके चलते आयोग ने राज्य में जल्द चुनाव कराने का फैसला किया है। गुजरात में मौसम को लेकर इस तरह की परेशानी नहीं है।
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गुजरात दिखेगा त्रिकोणीय मुकाबला
गौरतलब है कि गुजरात में बीजेपी, कांग्रेस और आप के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। सत्तारूढ़ भाजपा के लिए चुनाव महत्वपूर्ण हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपने गृह राज्य में सत्ता बरकरार रखने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस को 27 साल तक सत्ता से बाहर रहने के बाद जीत की उम्मीद है। आम आदमी पार्टी (आप) चुनाव एक अखिल भारतीय पार्टी के रूप में उभरने का अवसर है।
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