दिल्ली में एक चरण में होगा चुनाव, 8 फरवरी को डाले जाएंगे वोट, 11 फरवरी को आएंगे नतीजे

Published : Jan 06, 2020, 12:58 PM ISTUpdated : Jan 06, 2020, 04:09 PM IST
दिल्ली में एक चरण में होगा चुनाव, 8 फरवरी को डाले जाएंगे वोट, 11 फरवरी को आएंगे नतीजे

सार

दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया। यहां एक चरण में चुनाव होगा। 8 फरवरी को मतदान होगा। 11 फरवरी को नतीजे आएंगे।

नई दिल्ली. दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया। यहां एक चरण में चुनाव होगा। 8 फरवरी को मतदान होगा। 11 फरवरी को नतीजे आएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि दिल्ली में 70 सीटों में से 58 सामान्य के लिए हैं, जबकि 12 एससी हैं। यहां एसटी के लिए कोई सीट आरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा, चुनाव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। राज्य में आज से ही आचार संहिता लागू हो जाएगी। अभी दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है।

अपडेट्स

- दिल्ली में 1 करोड़ 46 लाख वोटर। 
- 13,757 पोलिंग बूथ पर वोट डाले जाएंगे।
- सभी 70 सीटों पर मतदान होगा।
- चुनाव में 90 हजार कर्मचारी लगाए जाएंगे।
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए खास इंतजाम किए।

तारीखें
नोटिफिकेशन- 14 जनवरी
नामांकन का आखिरी दिन- 21 जनवरी
वोटिंग- 8 फरवरी
नतीजे- 11 फरवरी


दिल्ली में 2014 लोकसभा चुनाव के पहले विधानसभा चुनाव हुए थे। तब किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। हालांकि, आप ने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर हो रहीं आलोचनाओं के चलते उन्होंने सिर्फ 49 दिन में ही इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद 2015 में फिर विधानसभा हुए। इसमें आप को पूर्ण बहुमत मिला। भाजपा को सिर्फ 3 सीटें मिलीं।

लोकसभा चुनाव के बाद आप के लिए बढ़ीं चुनौती
सत्ताधारी पार्टी आम आदमी पार्टी पिछले कुछ महीनों से चुनावी मोड में है। लोकसभा चुनाव के बाद सीएम केजरीवाल एक के बाद एक कई बड़ी घोषणाएं की हैं। आप फ्री पानी, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है। हालांकि, लोकसभा चुनाव में जिस तरह से भाजपा ने 7 में 7 सीटें जीतीं, उससे आप का गणित थोड़ी बिगड़ता जरूर दिख रहा है। 

महाराष्ट्र, झारखंड के बाद अब दिल्ली में चुनौती
उधर, भाजपा ने पिछले एक साल में 5 राज्यों में सत्ता गंवा दी है। पार्टी के ऊपर एक बड़ी चुनौती है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को आप से तीन गुना ज्यादा वोट मिले। ऐसे में भाजपा इस प्रदर्शन को दोहराना चाहती है। हालांकि, पार्टी इस बार फिर मोदी के चेहरे, राम मंदिर, नागरिकता कानून, सर्जिकल स्ट्राइक जैसे मुद्दों के साथ मैदान में उतरेगी।

 

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