चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो गई है। इस दौरान महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा रहा है।
Maharashtra Jharkhan Assembly Election Announcement: हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव के बाद 15 अक्टूबर को चुनाव आयोग महाराष्ट्र और झारखंड में होनेवाले चुनाव की तारीखों का ऐलान कर रहा है। महाराष्ट्र में एक चरण में चुनाव होगा। 20 नवंबर को मतदान होगा। 23 नवंबर को वोटों की गिनती होगी। झारखंड में 2 चरणों में चुनाव होगा। 13 और 20 नवंबर को मतदान होगा। 23 नवंबर को वोटों की गिनती होगी।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव कार्यक्रम
झारखंड विधानसभा चुनाव कार्यक्रम- फेज-1
झारखंड विधानसभा चुनाव कार्यक्रम- फेज-2
13 नवंबर को होंगे केरल में उपचुनाव
केरल में 47 विधानसभा क्षेत्रों और 1 संसदीय क्षेत्र (वायनाड) के लिए 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे। उत्तराखंड में 1 विधानसभा सीट के लिए 20 नवंबर को उपचुनाव होंगे। महाराष्ट्र में 1 संसदीय क्षेत्र (नांदेड़) के लिए 20 नवंबर को उपचुनाव होंगे। वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी।
बता दें कि पिछले दो विधानसभा चुनाव से महाराष्ट्र में सिंगल फेज में ही चुनाव करवाया जा रहा है। 2014 में 288 सीटों पर 15 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी, जबकि 2019 में 30 नवंबर को एक चरण में ही मतदान हुआ था। वहीं, झारखंड की बात करें तो वहां पिछले दो विधानसभा चुनाव से 5 चरणों में मतदान करवाया जा रहा है।
महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी-NCP अजित गुट की सरकार
बता दें कि महाराष्ट्र में फिलहाल शिवसेना (शिंदे गुट), भाजपा और NCP अजित पवार गुट की सरकार है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली ये सरकार उद्धव गुट की शिवसेना से बगावत के बाद बनी थी। इस विधानसभा चुनाव में ये देखना वाकई दिलचस्प होगा कि महाराष्ट्र की जनता किसे चुनती है। बता दें कि 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 सीटों में से INDIA गठबंधन को 30 और NDA को 17 सीटें मिलीं थीं। NDA अलायंस में BJP को 9, शिवसेना को 7 और NCP को सिर्फ 1 सीट मिली।
झारखंड की 81 सीटों पर होगा मतदान
झारखंड में कुल 81 सीटों पर वोटिंग होगी। इससे पहले यहां दिसंबर 2019 में विधानसभा चुनाव हुए थे। बता दें कि झारखंड में महागठबंधन यानी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाली सरकार है। इसमें कांग्रेस, राजद और वामपंथी पार्टियां शामिल हैं। जनवरी, 2024 में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को करप्शन के केस में CM पद से इस्तीफा देकर जेल जाना पड़ा था। हालांकि, जमानत मिलने के बाद वे बाहर आए और चंपई सोरेन से वापस CM पद ले लिया। हालांकि, इससे नाराज चंपई सोरेन ने भाजपा का दामन थाम लिया।
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