कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में कथित अवैध गतिविधियों से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की टीमें कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के ठिकानों की तलाशी ले रही है।
देहरादून। ईडी (Enforcement Directorate) ने बुधवार सुबह कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पहले से चल रही जांच का हिस्सा है।
उत्तराखंड, दिल्ली और चंडीगढ़ में स्थित हरक सिंह के कई ठिकानों पर छापेमारी चल रही है। ईडी की जांच उत्तराखंड के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में कथित अवैध गतिविधियों से जुड़ी हुई है। इस मामले में कुछ और लोगों के ठिकानों पर भी छापेमारी चल रही है।
हरक सिंह को 2022 में भाजपा ने पार्टी से निकाला था
बता दें कि 2022 में उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले हरक सिंह को पार्टी विरोधी काम करने के चलते मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था। 6 साल के लिए उनकी भाजपा की सदस्यता रद्द कर दी गई थी। इसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। चुनाव में भाजपा को जीत मिली थी। हरक सिंह उन 10 विधायकों में से थे, जिन्होंने 2016 में पूर्व मुख्यमंत्री और सीनियर कांग्रेस नेता हरीश रावत के खिलाफ बगावत की और भाजपा में चले गए।
केजरीवाल के निजी सहायक के घर ईडी ने की थी छापेमारी
मंगलवार को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार और राज्यसभा सांसद एनडी गुप्ता सहित अन्य के परिसरों की तलाशी ली थी। इसके एक दिन बाद कांग्रेस नेता को ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की है।
ईडी ने दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) की निविदा प्रक्रिया में "अनियमितताओं" और इसके बदले लिए गए रिश्वत का इस्तेमाल चुनाव में किए जाने की जांच कर रही है। इसी क्रम में छापेमारी की गई। आप ने छापे की निंदा की और केंद्र और ईडी पर डराने-धमकाने का आरोप लगाया है। दूसरी ओर भाजपा ने आप पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए हैं।