सिंघु बॉर्डर पर किसान और स्थानीय लोगों में भिड़ंत, SHO पर चली तलवार, कल सद्भावना दिवस मनाएंगे किसान

गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुए ट्रैक्टर मार्च में उपद्रव के बाद कहा जा रहा था कि किसान आंदोलन खत्म होने वाला है, लेकिन 28 जनवरी की शाम को उस वक्त पूरी तस्वीर बदल गई, जब किसान नेता राकेश टिकैत मंच पर ही रो पड़े। उन्होंने रोते हुए किसानों को गाजीपुर बॉर्डर पर आने का आह्वान किया। आधी रात तक करीब एक हजार किसान गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच गए। किसानों का कहना है कि शुक्रवार तक यह संख्या दोगुनी हो जाएगी। फिलहाल गाजीपुर बॉर्डर पर तनाव जारी है। 

नई दिल्ली. गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुए ट्रैक्टर मार्च में उपद्रव के बाद कहा जा रहा था कि किसान आंदोलन खत्म होने वाला है, लेकिन 28 जनवरी की शाम को उस वक्त पूरी तस्वीर बदल गई, जब किसान नेता राकेश टिकैत मंच पर ही रो पड़े। उन्होंने रोते हुए किसानों को गाजीपुर बॉर्डर पर आने का आह्वान किया। आधी रात तक करीब एक हजार किसान गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच गए। किसानों का कहना है कि शुक्रवार तक यह संख्या दोगुनी हो जाएगी। फिलहाल गाजीपुर बॉर्डर पर तनाव जारी है। 

सिंघु बॉर्डर पर स्थानीय लोग और आंदोलनकारी किसान भिड़ गए। स्थानीय लोगों ने किसानों के खिलाफ नारे लगाए और उन्हें तुरंत साइट खाली करने को कहा। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। 

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हरियाणा के 14 जिलों में इंटरनेट बंद
हरियाणा सरकार ने कल शाम 5 बजे तक अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, रेवाड़ी और सिरसा में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है।


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भिड़ंत में SHO प्रवीण कुमार के हाथ में लगी चोट 
किसानों और स्थानीय लोगों में भिड़ंत के दौरान वहां मौजूद एसएचओ प्रवीण कुमार घायल हो गए। उनपर तलवार से हमला किया गया। चोट उनके हाथ पर लगी है।

 

 

सिंघु बॉर्डर पर किसान और स्थानीय लोगों में झड़प का वीडियो 

केजरीवाल ने किया राकेश टिकैत का समर्थन
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसान नेता राकेश टिकैत का समर्थन किया है। उन्होंने ट्वीट किया, राकेश जी, हम पूरी तरह से किसानों के साथ हैं। आपकी मांगे वाजिब हैं। किसानों के आंदोलन को बदनाम करना, किसानों को देशद्रोही कहना और इतने दिनों से शांति से आंदोलन कर रहे किसान नेताओं पर झूठे केस करना सरासर गलत है। 

इसके अलावा केजरीवाल सरकार ने गाजीपुर बॉर्डर पर पानी की व्यवस्था की। वहीं, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचकर राकेश टिकैत का समर्थन किया। वहीं, आप सरकार ने सिंघु बॉर्डर पर किसानों के लिए पानी की व्यवस्था की। 
 

 

प्रशासन ने टिकैत से कहा- कम संख्या में किसानों को बुलाएं

राकेश टिकैत के मुजफ्फरनगर स्थित गांव सिसौली में शुक्रवार को आंदोलन को लेकर महापंचायत बुलाई गई है। वहीं दूसरी तरफ टिकैत के समर्थन में हरियाणा से हजारों ट्रैक्टर और गाड़ियों पर किसान दिल्ली बॉर्डर की ओर गुरुवार रात में रवाना हुए हैं और जींद में हाईवे जाम कर दिया। किसान महापंचायत पर मुजफ्फरनगर के एडीएम ने कहा, कल रात से हम लोग नरेश टिकैत जी के संपर्क में हैं। उनके पदाधिकारियों से प्रशासन बात कर रहा है। उनसे किसानों की संख्या कम रखने के लिए कहा गया है क्योंकि भीड़ ज्यादा होने से असामाजिक तत्वों के घुसने का डर रहता है।

"दादागिरी से किसानों का संघर्ष खत्म करना चाहती है सरकार"

सुखबीर सिंह बादल ने कहा, पिछले 6 महीने से आंदोलन कर रहे कम से कम 200-300 किसान अपनी जान गंवा चुके हैं। अब तक भारत सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी, अब दादागिरी के साथ उनके संघर्ष को खत्म करना चाहते हैं। इसलिए सभी विपक्षी पार्टियां एकमत हैं कि देश के किसानों के साथ ज़ुल्म हो रहा है। 

मनीष सिसोदिया गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे, किसानों के लिए की व्यवस्था

दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शनस्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा, किसान नेताओं ने सीएम से पानी, बिजली और टॉयलेट्स की सुविधा के लिए निवेदन किया था। रात को ही यहां व्यवस्था कर दी गई थी। मैं निरीक्षण करने आया हूं कि कोई दिक्कत तो नहीं आ रही। उनके अलावा दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन और दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने सिंघु बाॅर्डर जाकर किसानों के लिए की गईं व्यवस्थाओं का जायजा लिया। राघव चड्ढा ने बताया, आज भाजपा की सरकार अन्नदाता तक बुनियादी सुविधाएं नहीं पहुंचने दे रही है।

 

 

राकेश टिकैत के कैंप पर नोटिस चिपकाता पुलिसकर्मी

टिकैत ने कहा, पानी नहीं पीऊंगा

गाजीपुर बॉर्डर से भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत राकेश टिकैत ने कहा, जब तक सरकार से बात नहीं होगी धरणा प्रदर्शन समाप्त नहीं होगा। जब तक गांव के लोग ट्रैक्टरों से पानी नहीं लाएंगे, पानी नहीं पीऊंगा। प्रशासन ने पानी हटा दिया, बिजली काट दी, सारी सुविधा हटा दी।

"सरकार क्या-क्या षडयंत्र करती है"

किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा, जबरदस्ती से किसान आंदोलन बंद नहीं होगा। जब तक सांस चलेगी तब तक लड़ेंगे। अभी हमारी कोई योजना नहीं है। अभी हम मीटिंग करेंगे। पता नहीं सरकार क्या-क्या षड्यंत्र करती है।

टिकैत के भाई ने कहा- आंदोलन खत्म

भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष और राकेश टिकैत के भाई नरेश टिकैत ने कहा, हम धरना तो समाप्त कर देंगे। धरना स्थल (गाजीपुर बॉर्डर) पर पानी, बिजली अन्य सुविधाएं बंद कर दिए गए हैं। अब हम वहां क्या करेंगे? उठ ही जाएंगे।

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