आबादी में दूसरा नंबर, फिर भी कोरोना को थामने में सफल रहा भारत; प्रति 10 लाख लोगों पर सबसे कम मौतें

पूरी दुनिया के 200 से ज्यादा देश कोरोना की चपेट में हैं। इनमें भारत भी शामिल है। जहां एक ओर दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में भी कोरोना से हाहाकार मचा है. वहीं, भारत में स्थिति काबू में है। आबादी के हिसाब से भारत चीन के बाद दूसरे नंबर पर है। वहीं, भारत स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में भी भारत पश्चिमी देशों से काफी पीछे है।

Asianet News Hindi | Published : Apr 25, 2020 11:19 AM IST / Updated: Apr 25 2020, 05:44 PM IST

नई दिल्ली.  पूरी दुनिया के 200 से ज्यादा देश कोरोना की चपेट में हैं। इनमें भारत भी शामिल है। जहां एक ओर दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में भी कोरोना से हाहाकार मचा है. वहीं, भारत में स्थिति काबू में है। आबादी के हिसाब से भारत चीन के बाद दूसरे नंबर पर है। वहीं, भारत स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में भी भारत पश्चिमी देशों से काफी पीछे है। लेकिन इस सबके बावजूद सही समय पर उठाए गए कदम से भारत में कोरोना अब तक काबू में है। वहीं, अमेरिका, स्पेन, इटली, फ्रांस, जर्मनी, रूस, ब्रिटेन में स्थिति खराब होती जा रही है।

कोरोना से प्रति 10 लाख पर मौतें देखें तो भारत इस लिस्ट में सबसे नीचे है। यहां प्रति 10 लाख पर सिर्फ 0.6 लोगों की मौत हो रही है। वहीं, इस सूची में बेल्जियम सबसे ऊपर है। यहां प्रति 10 लाख पर 597 की मौत हो रही है।

3.2% है भारत में मृत्यु दर
वहीं, कोरोना से मौत रोकने के मामले में भारत तीसरे स्थान पर है। यहां मृत्यु दर 3.2% है। वहीं, मौतों को रोकने के मामले में रूस और तुर्की भारत से आगे हैं। रूस में मृत्यु दर 0.9% और तुर्की में 2.4% है।      

देश केस मौतें10 लाख पर मौतेंमृत्यु दर
अमेरिका92575852,2171585.5%
स्पेन  21976422,52448210.4%
इटली19299425,96943013.4%
फ्रांस  1598282224534113.6%
जर्मनी1550545767693.5%  
ब्रिटेन14346419,506  2877.3%
तुर्की      104,9122,600312.4%
ईरान 88,1945,574666.3%
चीन82,8164,63235.5%
रूस68,6226154  0.9%
बेल्जियम45,3256,91759714.9%
भारत24530 7800.63.2%

                     

कोरोना से जंग में इस तरह आगे निकला भारत   

भारत सरकार ने कोरोना के खिलाफ काफी सक्रियता से कदम उठाए। WHO से सभी देशों को एक साथ ही कोरोना वायरस के बारे में जानकारी मिली थी। लेकिन भारत सरकार ने तेजी दिखाते हुए कदम उठाए। अन्य देशों से उड़ानें रोकीं। अमेरिका, ब्रिटेन, इटली समेत बाकी देश इंतजार करते रहे। इन्होंने ठोस कदम उठाने में काफी देर कर दी। इसी का आज नतीजा भुगत रहे हैं। भारत में हेल्थ टीमें तेजी से काम कर रही हैं। अस्पताल बन रहे हैं। बेड बढ़ाए जा रहे हैं। रेलवे कोच में वार्ड में बन रहे हैं। आज भारत में कोरोना के इलाज के लिए 900 से ज्यादा अस्पताल हैं। 

मॉनिटर किया जा रहा, समस्या आने पर तुरंत समाधान हो रहा
भारत का हेल्थ सिस्टम काफी सक्रियता के साथ काम कर रहा है। ना केवल काम किया जा रहा है बल्कि कोरोना की स्थिती को मॉनिटर भी किया जा रहा है।   प्रधानमंत्री मोदी खुद हर स्थिति की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। वे मिनट टू मिनट जानकारियां ले रहे हैं। साथ ही हर स्तर पर अधिकारियों, मुख्यमंत्रियों से बात कर रहे हैं। यहां तक की पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा है कि वे 24 घंटे में उन्हें कभी भी फोन कर सकते हैं। इतना ही नहीं पीएम मोदी के साथ विशेषज्ञों की 11 टीम कामें कर रही हैं। ये टीमें 24 घंटे काम कर रही हैं। पीएम मोदी इन विशेषज्ञों की सलाह पर ही कदम उठा रहे हैं। इसके अलावा मोदी सरकार ने मंत्रियों का ग्रुप बनाया है। इसमें राजनाथ सिंह भी शामिल हैं। हर स्थिति को मॉनिटर किया जा रहा है, समस्या आने पर तुरंत समाधान किया जा रहा है। पुलिसकर्मियों से लेकर डॉक्टर तक सरकार लगातार समर्थन कर रही है। 

अमेरिका और इटली जो नहीं कर पाया, वो भारत कर रहा
भारत में लॉकडाउन का फैसला काफी अहम रहा। भारत में 25 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया। वहीं, इटली  जैसे देश में 9 मार्च को लॉकडाउन लगाया गया था। तब तक देश में करीब 10 हजार मामले सामने आ चुके थे। जबकि 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी थी। वहीं, अमेरिका भी पूरी तरह लॉकडाउन का ऐलान नहीं कर सका। इसका नतीजा ये हुआ कि आज वहां संक्रमण के 9 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। 50 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

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