कमरे में था अंधेरा, बचाओ बचाओ की चीखें आ रही थीं; लेकिन कुछ ही लोग बाहर निकल सके

दिल्ली के रानी झांसी रोड स्थित अनाज मंडी में रविवार को भीषण आग हादसे में 43 लोगों की मौत हो गई। 50 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया। राहत बचाव कार्य खत्म हो गया है।

Asianet News Hindi | Published : Dec 8, 2019 6:49 AM IST

नई दिल्ली.  दिल्ली के रानी झांसी रोड स्थित अनाज मंडी में रविवार को भीषण आग हादसे में 43 लोगों की मौत हो गई। 50 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया। राहत बचाव कार्य खत्म हो गया है। बताया जा रहा है कि स्कूल बैग बनाने की फैक्ट्री में शॉर्ट सर्किट से यह आग लगी। जिस चार मंजिला इमारत में आग लगी, उसमें तीन अवैध फैक्ट्रियां चल रहीं थीं।

डिप्टी फायर चीफ सुनील चौधरी ने बताया, जिस इमारत में आग लगी थी, वह 600 स्क्वैयर फीट के प्लॉट पर बना था। उसमें कई फैक्टियां चल रही थीं। उन्हें ये नहीं बताया गया था कि फैक्ट्री में लोग भी मौजूद हैं। 

इमारत में था अंधेरा
उन्होंने बताया, सकरी गलियों के चलते काफी रेस्क्यू में काफी दिक्कत हुई। जब रेस्क्यू टीम अंदर पहुंची तो यहां बहुत अंदर था। यहां स्कूल बैग, बोतलें और अन्य सामान रखे थे। कमरों से बचाओ बचाओ की चीखें सुनाई दे रही थीं। जब गेट खोला गया तो कुछ लोग ही बाहर निकल सके।

मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए का मुआवजा
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया है। वहीं, घायलों का इलाज फ्री में होगा, इसके अलावा उन्हें एक लाख रुपए का मुआवजा मिलेगा। 

सुबह 5.20 पर लगी आग
बताया जा रहा है कि यह आग रविवार को सुबह 5.20 बजे लगी। इस इमारत में ही फैक्ट्री में काम करने वाले लोग अपने परिवारों के साथ रहते थे। सुबह होने की वजह से ज्यादातर लोग सो रहे थे। इस वजह से ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने से हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, अरविंद केजरीवाल समेत तमाम नेताओं ने दुख व्यक्त किया है। इसके अलावा आप और भाजपा नेताओं ने हादसे वाली जगह का दौरा भी किया। 

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