धोती से लेकर शराब तक ये हैं MP के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर से जुड़े पांच विवाद

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का 89 साल की उम्र में निधन हो गया है। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने भोपाल के एक निजी अस्पताल में बुधवार सुबह अंतिम सांस ली। वे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और भोपाल गोविंदपुरा से लगातार 10 बार विधायक रहे। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 21, 2019 3:30 AM IST / Updated: Aug 21 2019, 09:08 AM IST

भोपाल. मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का 89 साल की उम्र में निधन हो गया है। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने भोपाल के एक निजी अस्पताल में बुधवार सुबह अंतिम सांस ली। वे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और भोपाल गोविंदपुरा से लगातार 10 बार विधायक रहे। प्रदेश के यह नेता अपने विवादों को लेकर अक्सर चर्चा में रहे हैं।

गलत तरीके से महिला को छूते हुआ था वीडियो वायरल

बाबूलाल गौर का एक वीडियो राजनीतिक गलियारों में काफी चर्चा में रहा था। इस वीडियो में वो एक महिला को गलत तरीके से छूते नजर आए थे। हालांकि इसके बाद उन्होंने इस वीडियो का खंडन करते हुए कहा था कि  'वीडियो गलत है। वो बीजेपी महिला को बस में चढ़ने के निर्देश दे रहे थे।' ये वीडियो सोशल मीडिया से लेकर न्यूज चैनलों तक ने खूब चलाया था।

व्यापमं पर बोले- एक दिन सबको मरना है
जून 2015 में बाबूलाल गौर से जब व्यापमं में हो रही हत्याओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा था जो कोई पैदा हुआ वो एक दिन मरेगा। यह मृत्यु लोक है। परेशान होने वाले होते रहें। मैं तो मस्त रहता हूं। उन्होंने कहा था- 'राजा और सैनिक एक ही बार मरते हैं। अब वो अस्पताल में मरे या फिर बाहर। सब एक जैसा है।' 

'मैं धोती पहनना नहीं उतारना सीखा सकता हूं'

मई 2015 में बाबूलाल गौर का एक और बयान काफी चर्चा में रहा था। उनसे जब पूछा  गया था कि कैसे एक रूसी नेता की पत्नी आपकी धोती पहनने को लेकर हैरान थीं। तब उन्होंने कहा था 'रूस के नेता की पत्नी यह जानना चाहती थीं कि धोती को बिना बेल्ट और जिप के कैसे पहना जाता है। तब मैंने कहा था कि मैं उन्हें धोती पहनना नहीं सिखा सकता, पर इस उतारना सीखा सकता हूं। यह बहुत पुराना बयान है, अभी का नहीं।' 

रेप पर की थी बयानबाजी

2014 में बढ़ती रेप की घटनाओं पर जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा था 'कभी गलत तो कभी सही होता है। यह सबकुछ महिला और पुरुष पर निर्भर होता है। यह एक सामाजिक समस्या है जिसे सरकार नहीं रोक सकती है। लेकिन ऐसी घटनाओं पर कार्रवाई कर सकती है।' 

शराब पीना संवैधानिक अधिकार
उनका बयानों का सिलसिला नहीं थमा। उन्होंने शराब को लेकर भी एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने शराब को लेकर कहा था  'शराब पीना कोई अपराध नहीं है। यह किसी भी नागरिक का संवैधानिक अधिकार है। शराब पीना अब एक स्टेटस सिंबल बन चुका है। शराब पीने से अपराध नहीं बढ़ते। जो संभलकर पीते हैं उनसे कोई अपराध नहीं होता। जो पीने के बाद बहक जाते हैं वही अपराध करते हैं।'
 

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