G20 Summit 2023: भारत मंडपम में दुनिया के देशों की विरासतों की झलक भी देखने को मिली, जानिए क्या है कल्चर रूट
G20 Summit 2023: नई दिल्ली में दो दिनों तक जी20 के ग्लोबल लीडर्स का जुटान हुआ। दिल्ली के प्रगति मैदान में भारत मंडपम में 'कल्चर रूट: जी20 डिजिटल म्यूजियम' भी भारत और विभिन्न देशों की विरासतों को प्रदर्शित कर वसुधैव कुटुंबकम की भावना को दर्शा रहा।
Dheerendra Gopal | Published : Sep 10, 2023 1:17 PM IST / Updated: Sep 11 2023, 05:01 PM IST
डिजिटल म्यूजियम में कल्चर रूट
जी20 देशों और 9 अन्य देशों की विरासत को दर्शाने के लिए डिजिटल म्यूजियम में कल्चर रूट बनाया गया। इस प्रदर्शनी में समिट में आए 29 देशों की विरासत प्रतीकों और वस्तुओं को साझा किया गया है। सांस्कृतिक पथ को सामूहिक पहचान, ज्ञान के आदान-प्रदान और विविध सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों की सराहना के लिए एक शक्तिशाली मंच के रूप में विकसित किया गया है।
डिजिटल इंडिया एक्सपीरियंस जोन
'डिजिटल इंडिया एक्सपीरियंस ज़ोन' भी भारत मंडपम में बनाया गया है। इसे भारत में उपयोग की जाने वाली तकनीकी सुविधाओं के बारे में बताया गया है। यह डिजिटल इंडिया प्रोग्राम की प्रमुख पहलों के बारे में विदेशी मेहमानों को इंफार्म करेगा। आधार, डीजी लॉकर, यूपीआई, ई संजीवनी, दीक्षा, बाशिनी, ओएनडीसी और आस्क गीता का प्रदर्शन किया गया। डिजिटल जोन में MyGov, CoWIN, UMANG, Jandhan, e-NAM, GSTN, FastTag आदि जैसी सरकारी योजनाओं के बारे में समझाया गया है।
आरबीआई मंडप
G20 शिखर सम्मेलन में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने अत्याधुनिक वित्तीय इनोवेशन का प्रदर्शन किया। इन इनोवेशन्स ने वित्तीय परिदृश्य को बदलने में बड़ी भूमिका निभाई है। विशेष रुप से प्रदर्शित प्रोडक्ट्स भारतीय वित्तीय क्षेत्र की अनूठी विशेषताओं को प्रदर्शित करते हैं। इन प्रोडक्ट्स में आरबीआई की डिजिटल मुद्रा, डिजिटाइज्ड, पेपरलेस लेंडिंग टेक्नोलॉजी, यूपीआई वन वर्ल्ड, रुपे ऑन द गो और भारत बिल पेमेंट्स शामिल है।
पेमेंट सिस्टम
वन वर्ल्ड यूपीआई उन विदेशी यात्रियों के लिए डिज़ाइन किया गया है जिनके भारत में बैंक खाते नहीं हैं। विदेशी लोग भारत में रहते हुए सुरक्षित धन ट्रांसफर करने के लिए यूपीआई से जुड़ी प्रीपेड भुगतान सुविधा का उपयोग कर सकते हैं।
शिल्प मार्केट
प्रगति मैदान में हस्तशिल्प बाजार भी विकसित हुआ है। यह बाज़ार भारत के विभिन्न क्षेत्रों में बने हस्तशिल्प को प्रदर्शित करता है। वन डिस्ट्रक्ट-वन प्रोडक्ट योजना के तहत बेचे जाने वाले प्रोडक्ट्स पर अधिक ध्यान केंद्रित किया गया है। इस बाजार में विदेशी मेहमानों को अपनी पसंद के लोकल प्रोडक्ट्स खरीदने की भी सुविधा है।