मिलिंद के बड़े भाई प्रो.आनंद (Anand) से भारत के संविधान के निर्माता डॉ.भीम राव अंबेडकर (Dr.B.R.Ambedkar) की पोती की शादी हुई है।
मुंबई। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली (Gadhchirauli Naxal Encounter) में सी-60 कमांडो (C-60 commandos) ने जिन 26 नक्सलियों को मार गिराया है उसमें मिलिंद तेलतुम्बडे (Milind Teltumbade) के भी एनकाउंटर (encounter) किए जाने का दावा किया जा रहा है। पचास लाख रुपये का इनामी मिलिंद सीपीआई (माओवादी) की सेंट्रल कमेटी का सदस्य और विद्रोहियों के नवगठित एमएमसी जोन का प्रमुख था। भीमा कोरेगांव (Bheema Koregaon) का वांटेड मिलिंद के बड़े भाई प्रो.आनंद (Anand) से भारत के संविधान के निर्माता डॉ.भीम राव अंबेडकर (Dr.B.R.Ambedkar) की पोती की शादी हुई है।
मुंबई से 900 किलोमीटर दूर है गोलियां की आवाज घंटों तक गूंजती रही
महाराष्ट्र (Maharashtra) का गढ़चिरौली नक्सल का बहुत प्रभावी बेल्ट है। इस क्षेत्र में नक्सली कई दशकों से अपनी गतिविधियों को संचालित करते रहते हैं। शनिवार को हुआ एनकाउंटर पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। मुंबई से 900 किलोमीटर दूर पूर्वी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में शनिवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में कम से कम 26 नक्सली मारे गए हैं। इसमें 20 पुरुष और छह महिला नक्सली हैं।
मारा गया जोनल चीफ मिलिंद
सी-60 कमांडोज के एनकाउंटर में इनामिया नक्सली मिलिंद तेलतुम्बडे के मारे जाने की भी बात कही जा रही है। मिलिंद, सीपीआई (माओवादी) की सेंट्रल कमेटी का सदस्य रहा है। वह विद्रोहियों के नवगठित एमएमसी जोन का प्रमुख था। मिलिंद तेलतुम्बडे भीमा कोरेगांव मामले में वांटेड भी था। मिलिंद पर 50 लाख रुपये का इनाम था।
एमएमसी के विस्तार के लिए दलम का गठन
तेलतुम्बडे एमएमसी के विस्तार को लगातार सक्रिय रहता था। वह लगातार इन क्षेत्रों का दौरा कर नए रंगरुटों की भर्ती कर रहा था। एमएमसी के विस्तार के लिए उसने दलम नामक कमांडो यूनिट का भी गठन किया था। इसमें सौ से अधिक नए युवकों को शामिल किया था। वह जोन के सभी बड़े फैसले लेता था।
कई नामों से जाना था तेलतुम्बडे
तेलतुम्बडे को कई नामों से पुकारा जाता था। यह वह सुरक्षा की दृष्टि से करता था ताकि उसके बारे में पता लगाना किसी को मुश्किल रहे। मिलिंद बाबूराव तेलतुम्बडे, दीपक तेलतुम्बडे और जीवा आदि उसके जाने पहचाने नाम अपने साथियों के बीच में थे।
डॉ.अंबेडकर की पोती हैं तेलतुम्बडे की भाभी
मिलिंद तेलतुम्बडे के बड़े भाई एक जाने माने शिक्षा विद् हैं। उनका नाम डॉ. आनंद तेलतुम्बडे हैं। फिलहाल, वह यलगार परिषद मामले में जेल में हैं। आनंद की पत्नी भीमराव अंबेडकर की पोती हैं।
कैसे हुआ मुठभेड़?
गढ़चिरौली जिले में शनिवार को एडिशनल एसपी सौम्या मुंडे के नेतृत्व में सी-60 पुलिस कमांडोज का सर्च आपरेशन चल रहा था। मर्दिनटोला वन क्षेत्र के कोरची में सुबह सवेरे यह एनकाउंटर शुरू हुआ। इस एनकाउंटर में मिलिंद तेलतुम्बडे समेत 26 माओवादियों को मार गिराया गया। एनकाउंटर में चार कमांडोज भी घायल हुए। घायल कमांडोज को इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से नागपुर ले जाया गया है। यह जिला छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित है।
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