कोरोना वायरस से निपटने के लिए अभी तक कोई दवा नहीं मिली है। इस बीच भारत के लिए एक उम्मीद की किरण नजर आई है। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन ने आईसीएमआर को एक पत्र लिखा है।
नई दिल्ली. कोरोना वायरस से निपटने के लिए अभी तक कोई दवा नहीं मिली है। इस बीच भारत के लिए एक उम्मीद की किरण नजर आई है। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन ने आईसीएमआर को एक पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि पता लगाया जाए कि गंगा के पानी में कोरोना जैसे विषाणुओं को खत्म करने की क्षमता है या नहीं? नदीं के ऊपरी या पहाड़ी भागों में ऐसे तत्व मौजूद हैं या नहीं?
आईसीएमआर ने की पुष्टि
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईसीएमआर के सूत्रों ने राष्ट्रीय गंगा मिशन से पत्र मिलने की पुष्टि तो की है, लेकिन आगे की क्या योजना होगी? इस बारे में कुछ नहीं बताया।
पहले से हो रहा है अध्यन
पत्र में कहा गया है कि नागपुर स्थित नेशनल एनवायरनमेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट यानि NIRI पहले से ही गंगा नदी के पानी के विशेष गुणों को लेकर एक अध्ययन कर रहा है और इसकी एक रिपोर्ट आ चुकी है।
पानी में कोरोना से लड़ने के गुण हो सकते हैं
गंगा सफाई अभियान के काम में लगे कुछ कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय गंगा मिशन को पत्र लिखकर दावा किया कि गंगा नदी के पानी में कोरोना से लड़ने के गुण हो सकते हैं।
देश में कोरोना मरीजों की संख्या 37 हजार के पार
देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 37 हजार 412 हो गई है। जबकि अब तक 1230 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि राहत की बात है कि अब तक 10 हजार 64 लोग ठीक भी हो चुके हैं। यह कुल मरीजों की संख्या का 26.8% है। पिछले 24 घंटे में देश में 2391 नए केस दर्ज किए गए हैं, जिसमं महाराष्ट्र में रिकॉर्ड 1008 मरीजों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके साथ ही गुजरात में 326, दिल्ली में 223, पंजाब में 105, राजस्थान में 82, तमिलनाडु में 203, बिहार में 41 नए मामल सामने आए हैं। ये आंकड़े covid19india.org और राज्य सरकारों से मिली जानकारी के अनुसार हैं।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में 35 हजार 43 संक्रमित हैं। इनमें से 25 हजार 7 का इलाज चल रहा है, 8888 ठीक हुए हैं और 1148 की मौत हुई।