कई राज्यों के राज्यपाल बदल दिए गए हैं। केंद्रीय मंत्री थावनचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया है, जबकि मंगूभाई छगनभाई पटेल को मध्य प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है।
नई दिल्ली. एक तरफ केंद्र सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार की सरगर्मियां तेज हैं, दूसरी तरह कई राज्यों के राज्यपाल बदल दिए गए हैं। थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। थावरचंद गहलोत अभी तक वे केंद्र में सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय के केंद्रीय कैबिनेट मंत्री हैं।
ये बनाए गए राज्यपाल
हरि बाबू कंभमपति को मिजोरम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। हरिबाबू कंभमपति विशाखापट्नम से सांसद हैं। वे आंध्र प्रदेश भाजपा इकाई के अध्यक्ष रहे हैं। हाल में उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था।
मंगूभाई छगनभाई पटेल को मध्य प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। गुजरात के दिग्गज नेताओं में शामिल छगनभाई सोशल वर्कर के तौर पर जाने जाते हैं। वे गुजरात सरकार में मंत्री रहे हैं। वे नवसारी से ताल्लुक रखते हैं। वे राज्य विधानसभा में डिप्टी स्पीकर और स्पीकर भी रहे। उन्हें मोदी का करीबी माना जाता है।
राजेंद्रन विश्वनाथ अर्लेकर को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। ये गोवा विधानसभा के पूर्व स्पीकर हैं। ये बिजनेसमैन भी रहे हैं। ये बचपन से ही संघ से जुड़ गए थे। 1989 में इन्होंने भाजपा ज्वाइन की थी। वे पार्टी में कई प्रमुख पदों पर रहे। जब 2014 में मनोहर पर्रिकर को केंद्रीय रक्षा मंत्री बनाया गया, तब गोवा के मुख्यमंत्री के तौर पर इनका भी नाम चला था। हालांकि बाद में कुर्सी लक्ष्मीकांत पारसेकर को मिली थी। ये कैबिनेट मंत्री रहे हैं।
पीएस श्रीधरन पिल्लई को गोवा के राज्यपाल के रूप में स्थानांतरित और नियुक्त किया गया है। ये अभी तक मिजोरम के राज्यपाल थे। ये अंग्रेजी और मलयालम भाषा के अच्छे जानकार हैं। पिछले लॉकडाउन में इन्होंने खाली समय का सदुपयोग करते हुए 13 किताबें लिखी थीं। वे प्रख्यात वकील रहे हैं। इनकी पहली किताब 1983 में छपी थी। अब तक 105 से अधिक किताबें लिख चुके हैं।
सत्यदेव नारायण आर्य को त्रिपुरा के राज्यपाल के रूप में स्थानांतरित और नियुक्त किया गया है। ये अभी तक हरियाणा के राज्यपाल थे। इन्हें भीमराव अंबेडकर की दूरगामी सोच सामाजिक समरसता के मुख्य उदाहरण पेश करने वालीं शख्सियतों में गिना जाता है। देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी इसी श्रेणी में आते हैं।
रमेश बैस को झारखंड के राज्यपाल के रूप में स्थानांतरित किया गया है। ये अभी तक त्रिपुरा के राज्यपाल थे। वे द्रोपदी मुर्मू की जगह लेंगे। छत्तीसगढ़ के दिग्गज नेताओं में शामिल रमेश बैस अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में भी शामिल रहे।
बंडारू दत्तात्रेय को हरियाणा का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। बंडारू दत्तात्रेय अभी तक हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल थे। उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत संघ (RSS) के प्रचारक के तौर पर हुई थी। वे मीसाबंदी रहे हैं। 1980 में उन्होंने BJP ज्वाइन की। उन्हें उनके गृहक्षेत्र में ‘पीपुल्स लीडर’ कहा जाता है।