लद्दाख में लगे 'ग्रोथ-इंडिया' टेलीस्कोप से देखा गया इमारत के आकार का क्षुद्रग्रह

Published : Jul 26, 2024, 08:04 PM ISTUpdated : Jul 26, 2024, 08:05 PM IST
asteroid

सार

लद्दाख में लगाए गए 'ग्रोथ-इंडिया' टेलीस्कोप (GROWTH India telescope) से इमारत के आकार के क्षुद्रग्रह को देखा गया है। यह धरती से चांद की दूसरी से 10 गुना अधिक दूर है। 

नई दिल्ली। भारत के पहले पूरी तरह रोबोटिक 'ग्रोथ-इंडिया' टेलीस्कोप ने एक क्षुद्रग्रह (asteroid) का पता लगाया है। यह एक इमारत जितना बड़ा है। टेलीस्कोप लद्दाख के हान्ले स्थित भारतीय खगोलीय वेधशाला में लगाया गया है। क्षुद्रग्रह धरती के करीब देखा गया है।

ग्रोथ-इंडिया टेलीस्कोप को आईआईए और आईआईटी बॉम्बे ने मिलकर लद्दाख में स्थापित किया है। यह 0.7 मीटर चौड़ा है। इससे क्षुद्रग्रह को देखा गया। यह धरती से चांद की दूसरी से 10 गुना अधिक दूर है और आकाश में घूम रहा है। धरती से चांद की दूरी करीब 384,400 किलोमीटर है।

116 मीटर लंबा है क्षुद्रग्रह, पृथ्वी के सबसे करीब देखा गया

आईआईटी बॉम्बे में STAR (space technology and astrophysics research) लैब के खगोल वैज्ञानिक वरुण भालेराव ने टेलीस्कोप द्वारा ली गई तस्वीर को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है।

 

 

भालेराव ने एक्स पर कहा, "कल रात ग्रोथ-इंडिया टेलीस्कोप ने 116 मीटर लंबे, इमारत के आकार के इस क्षुद्रग्रह को पृथ्वी के सबसे करीब से देखा। हमने क्षुद्रग्रह की तेज गति को ट्रैक किया। यह आकाश में केवल 10x चंद्र दूरी पर था। तेज गति के कारण बैकग्राउंड में तारे लकीरों की तरह दिखाई दे रहे हैं।"

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दूरबीन से टाइम-डोमेन खगोल विज्ञान में होता है रिसर्च

ग्रोथ-इंडिया भारत का पहला पूर्ण रोबोट ऑप्टिकल रिसर्च टेलीस्कोप है। इसे IIA (Indian Institute of Astrophysics) और IIT (Indian Institute of Technology) बॉम्बे के बीच साझेदारी कर बनाया गया था। DST-SERB और IUSSTF ने भी सहयोग दिया है। इसके वर्तमान संचालन को आईआईटी बॉम्बे के 1994 बैच के पूर्व छात्रों के समर्थन से लाभ मिलता है। इस दूरबीन का प्राथमिक अनुसंधान फोकस टाइम-डोमेन खगोल विज्ञान है। इससे ब्रह्मांड में विस्फोटक क्षणिकों और परिवर्तनशील स्रोतों का अध्ययन किया जाता है।

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