गुजरात के मोरबी शहर में माच्छू नदी पर रविवार(30 अक्टूबर) शाम 140 साल पुराने पुल के ढह जाने से हुई भीषण घटना मीडिया की सुर्खियों में हैं। इस मामले में पुलिस ने पुल का मेंटेनेंस करने वाली कंपनी के खिलाफ FIR दर्ज की है। इस मामले में 9 लोगों को अरेस्ट किया गया है।
अहमदाबाद. गुजरात के मोरबी शहर में माच्छू नदी पर रविवार(30 अक्टूबर) शाम 140 साल पुराने पुल के ढह जाने(Gujarat Bridge collapse) से हुई भीषण घटना मीडिया की सुर्खियों में हैं। इस हादसे में करीब 140 से अधिक लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है। इसमें से कई महिलाएं और बच्चे हैं। इस मामले में पुलिस ने पुल का मेंटेनेंस करने वाली कंपनी के खिलाफ FIR दर्ज की है।पुलिस ने 9 लोगाें को अरेस्ट किया है। हादसे के दौरान मोरबी पुल के रास्ते में 500 लोग चढ़े हुए थे। पढ़िए पूरा मामला...
पहले जानिए ये बात- कल मोदी जाएंगे मोरबी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को गुजरात के मोरबी का दौरा करेंगे। गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय ने घोषणा की कि मोदी मंगलवार दोपहर को मोरबी का दौरा करेंगे। इस बीच गुजरात की राजधानी गांधीनगर से लगभग 300 किलोमीटर दूर मोरबी में बचाव अभियान जोरों पर रहा। इसमें राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, भारतीय वायु सेना, सेना और नौसेना की टीमें स्थानीय कर्मियों के साथ शामिल थीं। गुजरात के दौरे पर आए मोदी ने रविवार को पुल गिरने में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री ने भावुक होते हुए कहा, "मैं केवड़िया में हूं, लेकिन मोरबी पुल हादसे में मारे गए लोगों के प्रति मेरी संवेदना है।" उन्होंने कहा कि केवड़िया में पारंपरिक नृत्य करने के लिए देश भर से दल आए थे, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों के कारण कार्यक्रम रद्द कर दिया गया।
गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज
गुजरात पुलिस ने FIR में कहा है कि रिपेयर वर्क, मेंटेनेंस और मिसमैनेजमेंट या किसी अन्य टेक्निकल कारणों में चूक के कारण माछू नदी पर मोरबी केबल पुल ढह गया। रविवार शाम को पुल ढह जाने से141 लोगों की मौत हो गई। FIR में पुलिस ने किसी आरोपी की पहचान नहीं की है, लेकिन हैंगिग ब्रिज( hanging bridge) का रिपेयर करने वाली एजेंसी, उसके मैनेजर और जांच के दौरान जिनके नाम का खुलासा हुआ है, उनके खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। मोरबी बी डिवीजन के इंस्पेक्टर पीए देकावड़िया ने FIR में कहा है कि पुल शाम करीब साढ़े छह बजे ढह गया। और जब रात 8.15 बजे शिकायत दर्ज की गई, तब तक 50 लोगों की मौत हो चुकी थी और 150 लोग मामूली या गंभीर रूप से घायल हो चुके थे।
अधिकारी ने FIR में आरोप लगाया है कि रिपेयर एजेंसी, एजेंसी मैनेजमेंट ने बिना टेस्टिंग के पुल ओपन कर दिया था। यह लापरवाही का कार्य है । आरोपियों ने गैर इरादतन हत्या के लिए IPC की धारा के तहत अपराध किया है। एक ऐसा कार्य जो मौत और उकसाने का कारण बन सकता है। मामले की जांच डीएसपी पीए जाला कर रहे हैं। पुलिस विभाग के सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने इस सिलसिले में अब तक 3 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। हालांकि सूत्रों के अनुसार 9 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है।
कांग्रेस ने की रिटायर्ड सुप्रीम कोर्ट जज से जांच कराने की मांग
कांग्रेस ने सोमवार को गुजरात में मोरबी पुल गिरने की घटना की जांच हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में कराने की मांग की है। विपक्षी दल ने सभी प्रभावितों के लिए सरकार से वित्तीय और चिकित्सा सहायता भी मांगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि ईश्वर उन परिवारों को शक्ति दे, जिन्होंने अपनों को खो दिया है। नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 5 दिन पहले फिर से खोले गए पुल के ढहने के कारणों का पता लगाया जाना चाहिए।
खड़गे ने कहा, "इतने लोगों को पुल पर जाने की अनुमति क्यों दी गई? एक रिटायर्ड सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के जज की अध्यक्षता में इसकी जांच होनी चाहिए।" उन्होंने कहा कि शोक संतप्त परिवारों और प्रभावित लोगों को सरकार द्वारा हर संभव सहायता और मुआवजा दिया जाना चाहिए। घायलों को सरकार द्वारा चिकित्सा उपचार में हर संभव सहायता प्रदान की जानी चाहिए। खड़गे ने कहा-"हमारे (कांग्रेस) नेता वहां पहुंच गए हैं। अशोक गहलोत भी पहुंच रहे हैं। हम जितना संभव हो सके मदद करने की कोशिश करेंगे। हम इस समय किसी भी राजनीति में शामिल नहीं होना चाहते हैं या इस समय किसी को दोष नहीं देना चाहते हैं। दोषी कौन है, जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही कहा जा सकता है।"
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