
गुवाहाटी। गुजरात के वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवाणी (Jignesh Mevani) को असम पुलिस ने जमानत मिलने के बाद फिर से गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के खिलाफ ट्वीट मामले में जमानत मिली थी। अब उन्हें अधिकारियों पर कथित रूप से हमला करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
असम के दो अलग-अलग पुलिस थाने (बारपेटा और गोआलपारा) में जिग्नेश मेवाणी के खिलाफ दो केस दर्ज किए गए थे। गुजरात के वडगाम से विधायक जिग्नेश को कथित तौर पर कड़ी सुरक्षा के बीच कोकराझार जेल से बारपेटा पुलिस थाने ले जाया गया।
मेवाणी के वकील अंगशुमान बोरा ने मीडिया को बताया कि यह जानकर बहुत दुख हुआ कि जिग्नेश मेवाणी को उनके खिलाफ दो और जिलों बारपेटा और गोलपारा में दर्ज एक मामले के सिलसिले में पुलिस फिर से गिरफ्तार करने के लिए कोकराझार पहुंची। हमने सुना है कि उसके खिलाफ दो नई प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। हमें पहले से पता था कि ऐसा होगा और हम इसके लिए तैयार हैं।
पिछले सप्ताह असम पुलिस ने किया था गिरफ्तार
मेवाणी को पिछले सप्ताह असम पुलिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक कथित ट्वीट को लेकर राज्य में शिकायत दर्ज कराने के बाद गिरफ्तार किया था। उन्हें सोमवार दोपहर को असम की एक स्थानीय अदालत ने जमानत दे दी। मेवाणी पीएम मोदी और उनकी सरकार की आलोचना के बारे में काफी मुखर रहे हैं।
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असम पुलिस ने मेवानी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की गैर जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। कुछ दिनों पहले उनके द्वारा साझा किए गए एक ट्वीट के आधार पर उनके खिलाफ दो समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करने की साजिश रचने, समुदाय का अपमान करने और शांति के माहौल को बिगाड़ने के आरोप लगे हैं। असम पुलिस ने जिग्नेश मेवाणी को पालनपुर सर्किट हाउस से गिरफ्तार किया था।
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