मुंबई पर भी पड़ सकता है Cyclone Gulab का आफ्टर इफेक्ट; हालांकि कमजोर पड़ने से बड़ा खतरा टला

Published : Sep 27, 2021, 11:06 AM ISTUpdated : Sep 27, 2021, 11:08 AM IST
मुंबई पर भी पड़ सकता है Cyclone Gulab का आफ्टर इफेक्ट; हालांकि कमजोर पड़ने से बड़ा खतरा टला

सार

चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ (Cyclone Gulab)  को लेकर ओडिशा, पश्चिम बंगाल सहित मुंबई आदि को Alert किया गया है। हालांकि तूफान के कमजोर पड़ने से बड़ा खतरा टल गया है।

नई दिल्ली. चक्रवाती तूफान  (Cyclone Gulab)  को लेकर कई राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि भुवनेश्वर मौसम विभाग ने बताया कि 'चक्रवाती तूफान 'गुलाब' कलिंगपट्टनम (आंध्र प्रदेश में) से 20 किमी उत्तर में पार कर करने के बाद सोमवार सुबह तक कमजोर पड़ गया है। फिर भी कुछ जगहों पर 50-70 की स्पीड से हवाएं चलेंगी और बारिश होगी।

मुंबई में दो दिन रहेगा तूफान का असर
मौसम पर नजर रखने वाली निजी संस्था के प्रमुख वैज्ञानिक महेश पलावत के मुताबिक, चक्रवात के कारण सोमवार और मंगलवार को मुंबई भारी बारिश हो सकती है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के उत्तर और मध्य हिस्से पर बना गहरे दबाव का क्षेत्र 14 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम की ओर बढ़ा था। शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे गहरे दबाव का क्षेत्र गोपालपुर से 510 किलोमीटर पूर्व-दक्षिणपूर्व और आंध्र प्रदेश में कलिंगपत्तनम से 590 किलोमीटर पूर्व में स्थित रहा।  आईएमडी ने कहा, 'यह 26 सितंबर की शाम कलिंगपत्तनम के आसपास विशाखापत्तनम और गोपालपुर के बीच उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तटों की ओर बढ़ गया। आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय मोहपात्र ने बताया कि चक्रवाती तूफान के प्रभाव से 95 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक हवा चलने का अनुमान है।

चक्रवात गुलाब का असर
चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ (Cyclone Gulab) के मद्देनजर भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि उत्तरी आंध्र प्रदेश और उससे सटे दक्षिण ओडिशा के तटों के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया गया है। दक्षिणी ओडिशा के कुछ हिस्सों में भारी तबाही होने की आशंका है।

विशाखापट्टनम में भारतीय मौसम विभाग (IMD) के चक्रवात चेतावनी केंद्र के श्रीनिवास राव ने मछुआरों को दो दिन तक समुद्र से दूर रहने की सलाह दी है। श्रीकाकुलम जिले में 2 मछुआरों की रविवार शाम को तूफान की चपेट में आने से मौत हो गई।

आंध्र प्रदेश के कलिंगापत्तनम जिले के बंदरुवानीपेटा गांव में NDRF की टीम तैनात है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने तूफान से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के दौरान बताया कि इससे राज्य के 10 जिले प्रभावित हो सकते हैं। ओडिशा में 3500 से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है।

प्रधानमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में बताया, ‘आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी से बात की और चक्रवाती तूफान गुलाब से उत्पन्न होने वाली स्थिति का जायजा लिया। केंद्र से हर संभव मदद का भरोसा दिया है।

pic.twitter.com/PyhoZ3f2Jw

 

PREV

Recommended Stories

इंडिगो ने फिर उड़ान भरी: 95% नेटवर्क दुरुस्त-क्या आज ऑपरेशन पूरी तरह नॉर्मल हो पाएगा?
Birch Goa Fire: अरपोरा नाइटक्लब में भयानक आग, 23 लोगों की मौत-आखिर हुआ क्या था?