Uttarakhand Violence: हल्द्वानी हिंसा का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक अरेस्ट

Published : Feb 24, 2024, 05:10 PM ISTUpdated : Feb 24, 2024, 07:22 PM IST
haldwani violence

सार

8 फरवरी को हल्द्वानी के बनफूलपुरा में कथित अवैध मदरसा और मस्जिद ढहाए जाने के कारण भारी हिंसा हुई थी।

Haldwani violence: हल्द्वानी हिंसा का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया है। शनिवार को उत्तराखंड पुलिस ने अब्दुल मलिक को दिल्ली में अरेस्ट किया। 8 फरवरी को हल्द्वानी के बनफूलपुरा में कथित अवैध मदरसा और मस्जिद ढहाए जाने के कारण भारी हिंसा हुई थी। पीएचक्यू के प्रवक्ता महानिरीक्षक (आईजी) नीलेश भरणे ने बताया कि उत्तराखंड पुलिस ने आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया। हिंसा के सिलसिले में अब तक लगभग 80 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

कई मामलों का आरोपी है मलिक

नैनीताल के एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा बताया कि हल्द्वानी हिंसा का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक और उसकी पत्नी सफिया उन छह लोगों में शामिल हैं जिन पर आपराधिक साजिश रचने और जमीन के अवैध प्लॉटिंग, निर्माण और हस्तांतरण के लिए मृत व्यक्ति के नाम का धोखाधड़ी से इस्तेमाल करने का मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों पर गुमराह करने के लिए आपराधिक साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। मलिक और अन्य ने झूठी एफिडेबिट के आधार पर जमीनों पर कब्जा किया। मलिक पर आईपीसी की धारा 120बी (आपराधिक साजिश), 417 (धोखाधड़ी) और 420 (धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति की डिलीवरी के लिए प्रेरित करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

अबतक 78 लोगों को किया अरेस्ट

पुलिस ने बनफूलपुरा में अवैध मदरसा विध्वंस के बाद भड़की हिंसा के मामले में अबतक 78 लोगों को अरेस्ट किया है। मलिक व अन्य लोगों पर तीन से अधिक एफआईआर दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि मलिक के अलावा चार और दंगाइयों को गिरफ्तार किया गया। अबतक इस मामले में 78 अरेस्ट हो चुके हैं।

लुकआउट नोटिस जारी

उत्तराखंड पुलिस ने अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोइद के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया। कस्बे में उनकी संपत्ति भी कुर्क कर ली गई। 8 फरवरी को बनभूलपुरा इलाके में अवैध रूप से बने मदरसे को गिराने को लेकर हिंसा भड़क गई थी। स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर नगर निगम कर्मियों और पुलिस पर पथराव किया और पेट्रोल बम भी फेंके गए। इससे कई पुलिस कर्मियों को एक पुलिस स्टेशन में शरण लेनी पड़ी, जिसे भीड़ ने आग लगा दी। पुलिस के अनुसार, हिंसा में छह दंगाई मारे गए और पुलिस कर्मियों और मीडियाकर्मियों सहित सौ से अधिक घायल हो गए। पुलिस ने एक एनजीओ की भी पहचान की है जो दंगा भड़काने के लिए धन एकत्र किया था।

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