रामनवमी के अवसर पर देश के कुछ राज्यों में हुई हिंसा के बाद गृह मंत्रालय ने हनुमान जयंती के लिए एडवाइजरी जारी की है। मंत्रालय ने सभी राज्यों से कहा है कि कानून व्यवस्था का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए।
MHA On Hanuman Jayanti. रामनवमी के अवसर पर देश के कुछ राज्यों में हुई हिंसा के बाद गृह मंत्रालय (Ministry Of Home Affairs) ने हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) के लिए एडवाइजरी जारी की है। मंत्रालय ने सभी राज्यों से कहा है कि कानून व्यवस्था (Law and Order) का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए।
MHA ने जारी की एडवाइजरी
हनुमान जयंती पर किसी तरह की अव्यवस्था न होने पाए और कहीं हिंसा की स्थिति न बने, इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए एडवाइजरी जारी की है। गृह मंत्रालय ने साफ निर्देश जारी किए हैं कि कानून-व्यवस्था का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा त्योहारों पर शांतिपूर्ण माहौल तैयार किया जाए। समाज में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वालों पर निगरानी रखी जाए और उनसे सख्ती से निबटा जाए।
कोलकाला हाईकोर्ट भी हुआ सख्त
रामनवमी के जुलूस के दौरान पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट ने भी कड़ा रूख अख्तियार किया है। हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार से भी सवाल किया है कि हनुमान जयंती को लेकर किस तरह की तैयारियां की जा रही हैं। हाईकोर्ट ने यह भी निर्देश दिया है कि हनुमान जयंती पर शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल और सेंट्रल फोर्सेस का भी इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
पश्चिम बंगाल और बिहार में हिंसा
रामनवमी को दौरान पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हिंसा हुई। इसके बाद रिशरा रेलवे स्टेशन पर पथराव किया गया जिसकी वजह से ट्रेनों की आवाजाही तक रोकनी पड़ी। इस मामले में गृहमंत्री अमित शाह ने राज्य के राज्यपाल से बात की। वहीं बिहार के सासाराम में हिंसा की वजह से माहौल बिगड़ गया और इंटरनेट तक बंद कराने पड़े। सासाराम में 170 लोगों को गिरफ्तार किया गया और गृहमंत्री अमित शाह को 2 अप्रैल को सासाराम का दौरा तक रद्द करना पड़ा था।
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