हरियाणाः स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की हालत गंभीर, लगा था कोरोना वैक्सीन का पहला डोज; मेदांता में भर्ती

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की तबीयत बुधवार को और अधिक बिगड़ गई है। अनिल विज 5 दिसंबर को कोरोना संक्रमित पाए गए थे। उन्हें पीजीआई रोहतक से गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 16, 2020 6:43 AM IST / Updated: Dec 16 2020, 01:35 PM IST

नई दिल्ली. हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की तबीयत बुधवार को और अधिक बिगड़ गई है। अनिल विज 5 दिसंबर को कोरोना संक्रमित पाए गए थे। उन्हें पीजीआई रोहतक से गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। अनिल विज के फेफड़े में इंफेक्शन है। बुधवार को उनकी हालत बिगड़ने के बाद क्रिटिकल केयर यूनिट में भर्ती किया गया है। 20 नवंबर को ही उन्होंने कोरोना वैक्सीन (कोवैक्सिन) का ट्रायल डोज दिया गया था। 

अनिल विज के संक्रमित होने पर सवाल उठने लगे थे कि क्या भारत बायोटेक की कोवैक्सिन फेल हो गई है? डोज देने के बाद भी अनिल विज संक्रमित कैसे हो गए? इन सवालों पर भारत बायोटेक ने जवाब भी दिया था। 

क्या कोवैक्सिन फेल हो गई?
क्या कोवैक्सिन फेल हो गई..इस सवाल के जवाब में भारत बायोटेक ने कहा था कि कोवैक्सिन का क्लिनिकल ट्रायल 2 डोज के आधार पर किया जाएगा। दोनों डोज के बीच में 14 दिन का गैप होना चाहिए। दोनों डोज के लिए 28 दिन का वक्त होता है। अनिल विज को अभी पहली ही डोज दी गई है। फेज-3 ट्रायल्‍स डबल-ब्‍लाइंडेड और रैंडमाइज्‍ड हैं (जहां ट्रायल में शामिल) 50% पार्टिसिपेंट्स को वैक्‍सीन और 50% को प्‍लेसीओ दिया जाता है।

अक्टूबर में तीसरे चरण के लिए मिली थी अनुमित
भारत बायोटेक संयुक्त रूप से कोवैक्सिन को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के साथ काम कर रहा है। अक्टूबर में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत में कोवैक्सिन (Covaxin) के लिए चरण- III परीक्षण करने के लिए भारत बायोटेक को अनुमति दी थी। तीसरे चरण के लिए देश भर के 26,000 स्वयंसेवकों को दिया गया है। 

Share this article
click me!