हरियाणा का नूंह सोमवार को सांप्रदायिक हिंसा का केंद्र बन गया। यहां निकाली गई धार्मिक यात्रा को कुछ युवकों ने रोका और फिर तनातनी-पथराव के बाद पूरा इलाका जंग के मैदान में तब्दील हो गया।
Nuh Violence: हरियाणा के नूंह में सोमवार को ब्रज मंडल यात्रा निकाली गई। धार्मिक यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। नूंह में ब्रजमंडल यात्रा को गुरुग्राम-अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रोककर समुदाय विशेष के लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद हिंसक झड़प और आगजनी शुरू हो गई। बेहद खराब हो चुकी स्थिति के बीच जुलूस में शामिल 2500 के आसपास लोग अपनी जान बचाने के लिए नलेश्वर या नुलहर महादेव मंदिर में शरण लिए। हालांकि, गुरुग्राम पुलिस ने जब मोर्चा संभाला और स्थिति नियंत्रित हुई तो इन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सका।
नूंह हिंसा में फंसे लोगों का पुलिस ने किया रेस्क्यू
हरियाणा का नूंह सोमवार को सांप्रदायिक हिंसा का केंद्र बन गया। यहां निकाली गई धार्मिक यात्रा को कुछ युवकों ने रोका और फिर तनातनी-पथराव के बाद पूरा इलाका जंग के मैदान में तब्दील हो गया। दो पक्षों के बीच हुई भीषण हिंसा के बीच काफी लोग फंस गए। काफी संख्या में महिलाएं, बच्चे और पुरुषों ने गुरुग्राम के पास स्थित नलेश्वर या नुलहर महादेव मंदिर में शरण लेकर अपनी जान बचाई। 2500 के आसपास महिलाएं, पुरुष और बच्चें इस मंदिर में अपनी जान बचाने के लिए छिपे रहे। कई घंटे बाद पुलिस पहुंची तो इन लोगों को सुरक्षित हिंसा क्षेत्र से बाहर निकाला।
कैसे शुरू हुई नूंह हिंसा?
हिंसा की शुरुआत गुरुग्राम से सटे नूंह में एक धार्मिक जुलूस के दौरान हुई। विश्व हिंदू परिषद द्वारा निकाली जा रही बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा को युवाओं के एक समूह ने गुरुग्राम-अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रोक दिया और जुलूस पर पथराव किया। हिंसा बढ़ने पर भीड़ ने सरकारी और निजी वाहनों को निशाना बनाया। शाम होते-होते हिंसा गुरुग्राम-सोहना राजमार्ग पर फैल गई। कई कारों को आग लगा दी गई और पुलिस पर पथराव किया गया। पत्थरबाजी के अलावा फायरिंग भी की गई। पुलिस ने जब दोनों गुटों को रोकने की कोशिश की तो पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया गया। गोली लगने से दो होमगार्ड्स की जान चली गई है जबकि कई पुलिसवाले समेत दो दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
पुलिस ने की नूंह में जवाबी कार्रवाई
देर शाम तक हिंसा काफी भड़क जाने के बाद पुलिस ने भीड़ पर आंसू गैस के गोले छोड़े। हवाई फायरिंग की गई ताकि भीड़र को तितर बितर किया जा सके। हिंसा को देखते हुए इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड कर दी गई हैं। किसी प्रकार की बड़ी सभाओं को प्रतिबंधित कर दिया गया है। क्षेत्र में धारा 144 को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
तो क्या मोनू मानेसर के वीडियो से फैली नूंह में हिंसा?
रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि हिंसा भड़कने का मुख्य कारण मोनू मानेसर का वीडियो है। रविवार को मोनू मानेसर ने वीडियो रिलीज कर बताया था कि वह यात्रा में शामिल होगा। बताया जा रहा है कि वह मेवात में रहने की चुनौती दिया था। कई लोग दावा कर रहे हैं कि उन्होंने मानेसर को यात्रा के दौरान देखा था और स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर इसका प्रतिकार किया। इसके बाद हिंसा भड़क गई। जानिए कौन है मोनू मानेसर…