सार

सोमवार को जब ब्रज मंडल यात्रा निकली तो नूंह में एक समुदाय विशेष के लोग मोनू मानेसर के विरोध में आ गए। अचानक पथराव हो गया जिसके बाद हिंसा भड़क गई।

Nuh Violence: हरियाणा के नूंह जिले में बड़ा बवाल हो गया है। सोमवार को ब्रजमंडल यात्रा के दौरान पथराव के बाद हिंसा हो गया। हिंसा के दौरान जमकर पत्थरबाजी, आगजनी और तोड़फोड़ हुई। कई दर्जन गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया है। गोली लगने से दो लोगों की मौत हो गई है। इस हिंसा के बाद एक नाम सुर्खियों में है-मोनू मानेसर। दरअसल, नूंह की महारैली में शामिल होने संबंधी दावा मोनू मानेसर ने किया था। मानेसर के इस संबंधित वीडियो जारी करने के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव था।

दरअसल, सोमवार को जब ब्रज मंडल यात्रा निकली तो नूंह में एक समुदाय विशेष के लोग मोनू मानेसर के विरोध में आ गए। अचानक पथराव हो गया जिसके बाद हिंसा भड़क गई। इसके बाद दोनों तरफ से जमकर पत्थरबाजी,आगजनी और तोड़फोड़ की गई। फायरिंग और आगजनी के बीच कई दर्जन गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया।

कौन है मोनू मानेसर?

मोनू मानेसर का असली नाम मोहित यादव है। उसके पुकार का नाम मोनू है और वह रहने वाला मानेसर गांव का है। करीब 8 साल पहले मोनू मानेसर बजरंग दल के साथ जुड़ा था। बजरंग दल से जुड़ने का बाद वह गौ रक्षा के लिए आए दिन गो-तस्करों से मुकाबला करने के लिए टीम बनाकर घूमने लगा। वह पूरे क्षेत्र में मुखबिरों का एक नेटवर्क खड़ा कर लिया जो हरियाणा पुलिस के साथ मिलकर काम करने लगा। पुलिस के पहले ही गौ-तस्करों की जानकारी मोनू मानेसर की टीम तक पहुंच जाती थी। युवाओं का यह दल आए दिन गौ-तस्करों से टकराता। 2019 में वह चर्चा में आया जब गो-तस्करों ने उसे गोली मार दी। गोली लगने से मोनू घायल हो गया। इसके बाद वह सीधे तौर पर अपने नेटवर्क को विस्तार देने के बाद गौ-तस्करों को चुनौती देने लगा।

जुनैद-नासिर हत्याकांड में वांटेड

मोनू मानेसर फरवरी में जुनैद-नासिर हत्याकांड में सुर्खियों में आया। जुनैद-नासिर राजस्थान के भिवानी के दो युवक थे जिनको उनके ही बोलेरो गाड़ी में जिंदा जला दिया गया था। इन पर गो-तस्करी का आरोप लगा था। मोनू मानेसर का नाम इस कांड में सामने आया था। हालांकि, बाद में मोनू मानेसर ने वीडियो जारी कर इस हत्याकांड में खुद के होने से इनकार किया था। राजस्थान पुलिस उसकी लगातार तलाश कर रही।