'संडे संवाद' में कोरोना वैक्‍सीन पर बोले स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री हर्षवर्धन, कहा- सरकार झूठे ऐलान नहीं कर रही

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कोरोना वैक्सीन पर सरकार का रूख स्पष्ट किया है। 'संडे संवाद' कार्यक्रम के दौरान हर्षवर्धन ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कोरोना के टीके को लेकर भारत सरकार कोई झूठा ऐलान नहीं कर रही है। रविवार को 74 हजार 450 नए कोरोना मरीजों की पहचान हुई और 89 हजार 22 मरीज ठीक हुए। बीते 15 दिनों में यह सबसे बड़ी रिकवरी है।

Asianet News Hindi | Published : Oct 11, 2020 11:15 AM IST / Updated: Oct 12 2020, 01:55 PM IST

नई दिल्ली. भारत में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के रविवार को 74 हजार 450 नए कोरोना मरीजों की पहचान हुई और 89 हजार 22 मरीज ठीक हुए। बीते 15 दिनों में यह सबसे बड़ी रिकवरी है। लगातार नौ दिन से नए मामलों से ज्यादा पुराने मरीज ठीक हो रहे हैं, जिसकी वजह से सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 8.67 लाख हो गई है। इसी बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कोरोना वैक्सीन पर सरकार का रूख स्पष्ट किया है। 'संडे संवाद' कार्यक्रम के दौरान हर्षवर्धन ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कोरोना के टीके को लेकर भारत सरकार कोई झूठा ऐलान नहीं कर रही है।

दरअसल, जब संवाद में केंद्रीय मंत्री से पूछा गया कि 'वैक्‍सीन को लेकर सरकार ने पहले 15 अगस्‍त की तारीख दी, फिर कहा कि 2020 के आखिर तक आएगी। क्‍या सरकार ये घोषणाएं केवल लोगों को लुभाने के लिए कर रही है?' हषवर्धन ने कहा क‍ि वैक्‍सीन डेवलपमेंट में बहुत समय लगता है। उन्‍होंने साफ किया कि वैक्‍सीन की उपलब्‍धता को लेकर कोई आधिकारिक तारीख नहीं दी गई है।

बिल गेट्स का एजेंडा बढ़ा रही केंद्र सरकार?

संवाद के दौरान एक अन्‍य व्यक्ति ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के बिल गेट्स फाउंडेशन से टाईअप करने पर सवाल उठाए। उसने कहा कि 'हमारे यहां मृत्‍यु-दर इतनी कम है तो क्‍या सरकार को वाकई वैक्‍सीन की जरूरत है या वह केवल बिल गेट्स का एजेंडा बढ़ा रही है?' जवाब में हर्षवर्धन ने कहा कि 'प्रभावी वैक्‍सीन ही किसी बीमारी को रोकने का सबसे कारगर जरिया है।' उन्‍होंने कहा कि इसी वजह से न सिर्फ भारत, बल्कि दुनियाभर में सरकारी और प्राइवेट साझेदारियां हुई हैं ताकि वैक्‍सीन जल्‍द मिल सके।

covid19india.org के मुताबिक, बीते 24 घंटों में 921 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई जिसके साथ ही जान गंवाने वालों का आंकड़ा 1 लाख 8 हजार 378 हो गया है। अब तक इस बीमारी के भारत में 70.53 लाख केस आ चुके हैं जिसमें से 60.77 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं। 
 

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