वैक्सीन लगने के बाद 475 लोगों की गई जान, स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाईकोर्ट में एफिडेविट देकर बताया

हाईकोर्ट में एफिडेविट देकर केंद्र सरकार की ओर से बताया गया कि वैक्सीनेशन के लिए घर के करीब सेंटर पर बुलाने की बजाय घर-घर जाकर वैक्सीन लगाने में जोखिम है। 

Asianet News Hindi | Published : Jun 8, 2021 10:22 AM IST / Updated: Jun 08 2021, 11:21 PM IST

मुंबई। देश में कोरोना की दूसरी लहर शांत हो चुकी है। पाॅजिटिव केसों में तेजी से कमी आ रही है। महामारी से बचने के लिए वैक्सीनेशन पर राज्य व केंद्र जोर दे रहे हैं। हालांकि, वैक्सीन लगने के बाद भी 475 लोगों की जान गई है। बांबे हाईकोर्ट में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एफिडेविट देकर यह जानकारी दी है। केंद्र सरकार के 14 पन्नों वाले इस एफिडेविट में बताया गया है कि 28 मई तक हुए वैक्सीनेशन के दौरान वैक्सीन लगने के बाद भी 475 लोगों की जान चली गई।

बुजुर्गाें और विकलांगों के लिए नियर टू होम वैक्सीनेशन अभियान

हाईकोर्ट में एफिडेविट देकर केंद्र सरकार की ओर से बताया गया कि वैक्सीनेशन के लिए घर के करीब सेंटर पर बुलाने की बजाय घर-घर जाकर वैक्सीन लगाने में जोखिम है। हम नियर टू होम वैक्सीनेशन के लिए सुविधाएं बढ़ाएंगे। राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह ने कोर्ट के आदेश को देखते हुए बुजुर्गाें और विकलांगों के लिए यह व्यवस्था सुनिश्चित की है। 

Asianet News का विनम्र अनुरोधः आईए साथ मिलकर कोरोना को हराएं, जिंदगी को जिताएं... जब भी घर से बाहर निकलें माॅस्क जरूर पहनें, हाथों को सैनिटाइज करते रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। वैक्सीन लगवाएं। हमसब मिलकर कोरोना के खिलाफ जंग जीतेंगे और कोविड चेन को तोडेंगे। #ANCares #IndiaFightsCorona

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