कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हेल्थ वर्कर्स को बिना इंश्योरेंस ही कोरोना की दूसरी लहर में लगाने के बयान पर भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कड़ी आपत्ति जताई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि बीते साल प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज को लागू किया गया था जिसे तीन बार बढ़ाया गया। हेल्थ वर्कर्स को इस योजना के तहत पचास लाख तक का कवर दिया गया है। किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति को ऐसे आरोप लगाने के पहले फैक्स चेक कर लेना चाहिए। हालांकि, राहुल गांधी के बयान पर सोशल मीडिया पर भी ट्रोलिंग हो रही है।
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हेल्थ वर्कर्स को बिना इंश्योरेंस ही कोरोना की दूसरी लहर में लगाने के बयान पर भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कड़ी आपत्ति जताई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि बीते साल प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज को लागू किया गया था जिसे तीन बार बढ़ाया गया। हेल्थ वर्कर्स को इस योजना के तहत पचास लाख तक का कवर दिया गया है। किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति को ऐसे आरोप लगाने के पहले फैक्स चेक कर लेना चाहिए। हालांकि, राहुल गांधी के बयान पर सोशल मीडिया पर भी ट्रोलिंग हो रही है।
क्या है पीएमजीकेपी योजना
मार्च 2020 में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना पैकेज का ऐलान किया गया। इस योजना की अवधि तीन बार बढ़ाई गई। अभी 24 अप्रैल 2021 तक यह योजना प्रभावी है। इस योजना के तहत हेल्थ वर्कर्स की सेफ्टी को भी कवर किया गया है। इसके तहत हेल्थ वर्कर्स को पचास लाख रुपये तक का हेल्थ कवर दिया जाएगा। पचास लाख रुपये तक के इस इंश्योरेंस से कोरोना वारियर्स के परिवारों को राहत देने की कोशिश की गई है।
287 क्लेम कोरोना वारियर्स को दिए गए
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पूरे देशभर में 287 कोरोना वारियर्स को इस योजना के तहत क्लेम विभिन्न इंश्योरेंस कंपनियों ने दिया भी है। यह योजना कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हेल्थ सेक्टर के वारियर्स को मानसिक रूप से भी बेहतर काम करने के लिए प्रेरित कर रहा।