यास: ओडिशा और बंगाल में भारी बारिश का दौर, ममता बोलीं- 3 लाख घरों को नुकसान हुआ, 1 करोड़ लोग प्रभावित

चक्रवाती तूफान यास के खतरे को देखते हुए कई राज्य हाईअलर्ट पर हैं। बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में यास की तबाही की असर दिखाई देने लगा है। अंडमान के उत्तरी भाग और पूर्वी-मध्य बंगाल की खाड़ी में बना यह बवंडर उत्तर और उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा। यहां से करीब 12 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। तूफान से कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। तूफान बुधवार सुबह 9 बजे ही ओडिश के तट से टकरा गया था। लैंडफॉल के बाद ओडिशा के तटीय इलाकों में इस समय 150 किमी प्रति घंटा की स्पीड से हवाएं चल रही हैं। समुद्र का पानी कई गांवों में घुस गया है।

Asianet News Hindi | Published : May 26, 2021 2:10 AM IST / Updated: May 26 2021, 05:25 PM IST

नई दिल्ली.  चक्रवात तूफान 'यास' बुधवार को ओडिशा के भद्रक तट से टकराकर आगे बढ़ गया है। 150 किलोमीटर प्रति घंटे (kmph) की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। इस वजह से समुद्र में काफी ऊंची लहरें उठ रही हैं। कई रहवासी इलाकों में भी पानी भर गया। बंगाल और ओडिशा के अलावा बिहार, झारखंड, तमिलनाडु और कर्नाटक में भी तूफान का असर है। बंगाल में तूफान के कहर के बीच जलपाईगुड़ी में 3.8 तीव्रता का भूकंप भी आया। इसका केंद्र मालबाजार में 5 किलोमीटर गहराई पर बताया जा रहा है। बिहार, झारखंड में तो भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।  तूफान बुधवार सुबह 9 बजे ही ओडिश के तट से टकरा गया था। यह धामरा बंदरगाह के उत्तर और बालासोर जिले के पश्चिम तट से टकराया। लैंडफॉल के बाद ओडिशा के तटीय इलाकों में इस समय 150 किमी प्रति घंटा की स्पीड से हवाएं चल रही हैं।

जानें तूफान का नया घटनाक्रम

- प बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि यास के चलते राज्य में करीब 1 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि 3 लाख मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। वहीं, एक व्यक्ति की मौत हुई है। वह तूफान के वक्त मछलियां पकड़ने के लिए गया था। उन्होंने बताया कि तूफान प्रभावित इलाकों से 15 लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है। 

- यास के खतरे को लेकर कई राज्य हाईअलर्ट पर हैं। बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में यास की तबाही दिखाई देने लगी है। यहां के बालासोर में तूफान ने तबाही मचा दी है। वहीं, अंडमान के उत्तरी भाग और पूर्वी-मध्य बंगाल की खाड़ी में बना यह बवंडर उत्तर और उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है। यहां से करीब 12 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है।

- बंगाल के हल्दिया में गिरा पुल टूटने की घटना हुई है। तूफान 10.30 से 11.30 बजे के बीच दक्षिणी बालासोर के 20 किलोमीटर करीब से गुजरा। इस वक्त तूफानी हवाएं 140 किमी/ घंटा की रफ्तार से चलती रहीं। तूफान उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ गया।

- बंगाल के दीघा और मंदार्मानी में होटलों और दुकानों में समुद्र का पानी भरने की खबर है। समुद्र से 2 मीटर से 4.5 मीटर तक लहरें उठने लगी हैं। कोलकाता से लेकर हावड़ा और हुगली तक तूफान का असर दिखाई दे रहा है। यहां शुरुआत में 120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलना शुरू हुईं।

ओडिशा: भद्रक ज़िले के धामरा में तेज हवाएं और बारिश की वजह से समुद्र का पानी बढ़ा। पानी बढ़ने की वजह से रिहायशी इलाकों में पानी घुसा। मौसम विभाग के अनुसार, CycloneYaas की लैंडफॉल की प्रक्रिया जारी है। मौसम विभाग के मुताबिक, कुछ देर बाद तूफान ओडिशा-बंगाल के तट के पास टकरा गया। सुबह 9 बजे से लैंडफॉल की प्रक्रिया जारी है। यह करीब 6 घंटे चली।

तूफान के चलते ओडिशा के चांदीपुर और अब्दुल कलाम आइलैंड पर DRDO की मिसाइल लॉन्चिंग साइट को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई गई है। बता दें कि यहां से लंबी दूरी की मिसाइल्स लॉन्च होती हैं।

तूफान को देखते हुए भुवनेश्वर का बीजू पटनायक इंटरनेशनल एयरपोर्ट और झारसुगुड़ा एयरपोर्ट गुरुवार सुबह 5 बजे तक बंद कर दिया गया है। दुर्गापुर और राउरकेला एयरपोर्ट से भी आज कोई उड़ान नहीं होगी। कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शाम तक उड़ानें कैंसल रहेंगी। रेलवे ने ओडिशा-बंगाल की सभी ट्रेनें कैंसल कर दी हैं।

तूफान के कई इलाकों में बारिश शुरू हो गई है। चक्रवात के कारण पश्चिम बंगाल के शंकरपुर-दिघा बीच पर समुद्र का जलस्तर बढ़ गया है। पश्चिम बंगाल में साइक्लोन के लैंडफॉल से पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा में समुद्र से ऊंची-ऊंची लहरें उठने लगीं और भारी बारिश होने लगी है। भारतीय मौसम विभाग ने डीजी एम. मोहपात्रा के मुताबिक, यास गंभीर तूफान में बदल चुका है।


जानें तूफान से निपटने की तैयारियां
आपदा को देखते हुए कई राज्यों में हाईअलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने ओडिशा पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के अलावा झारखंड, बिहार, असम, मेघालय, सिक्किम सहित दर्जनभर राज्यों को हाईअलर्ट जारी किया है। कोलकाता में सेना के 9 बचाव दल मुस्तैद हैं। इसके अलावा 17 टीमें पुरुलिया, झारग्राम, बीरभूम, बर्धमान, पश्चिम मिदनापुर, हावड़ा, हुगली, नादिया और 24 परगना उत्तर और दक्षिण में लगाई गई हैं। ओडिशा के 6 जिले बालासोर, भद्रक, केंद्रपारा, जगतसिंघपुर, मयूरभंज और केओनझार हाई रिस्क जोन घोषित किए गए हैं।

एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने बताया कि चक्रवात यास के मद्देनज़र पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की 10 और टीमें तैनात की गईं। राज्य में कुल 45 टीमें तैनात हैं। आपदा से निपटने NDRF की टीमों के अलावा, नौसेना और एयरफोर्स भी तैयार है। इसका असर 27 मई तक जबर्दस्त रहेगा। इसके बाद 29 मई तक कम होता जाएगा।

पश्चिम बंगाल: नॉर्थ 24 परगना के नैहाटी और हलिशहर में चक्रवात हवा ने कईं घरों को नुकसान पहुंचाया। इस दौरान बिजली के खंभों और तारों को भी  नुकसान पहुंचा। एक महिला ने बताया, "हमने 2-3 महीने पहले घर बनाया था। अचानक तूफान आया और 2 सेकंड में सबकुछ उड़ गया। हम लोग बहुत डरे हुए हैं।"

कल बिहार के पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में कोविड संक्रमण और 'यास' चक्रवात के संदर्भ में उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। बांग्लादेश में सरकार ने 75,000 से ज्यादा स्वयंसेवकों को तैयार किया है। बांग्लादेश की रेड क्रिसेंट सोसाइटी के चक्रवात तैयारी कार्यक्रम (सीपीपी) के स्वयंसेवक तटीय क्षेत्रों के 13 जिलों के 41 उपनगरों में स्टैंडबाय पर हैं, ताकि एक कॉल पर उन्हें बुलाया जा सके।

 

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