
मौसम डेस्क. चक्रवाती तूफान असानी (cyclonic storm Asani) के असर से कई राज्यों का मौसम बेहद खराब होने जा रहा है। खासकर, बंगाल-ओडिशा और आंध्र प्रदेश में सबसे अधिक खतरा है। इसके अलावा बिहार, झारखंड, सिक्किम और असम में भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। बता दें कि असानी साल का पहला चक्रवाती तूफान है। इससे पहले 2021 में 3 चक्रवाती तूफान आ चुके हैं। दिसंबर 2021 में साइक्लोन जावद, सितंबर 2021 में साइक्लोन गुलाब और मई 2021 में साइक्लोन यास ने तबाही मचाई थी।
चक्रवाती तूफान असानी(cyclonic storm Asani) के बारे में
स्काईवेट वेदर(skymetweather) के अनुसार, दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ गया है। अब यह तेज होकर चक्रवाती तूफान असानी(cyclonic storm Asani)में बदल गया है। तूफान 10 मई की शाम तक उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ना जारी रखेगा। इसके बाद यह पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट के पास बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी तक पहुंच जाएगा। इसके उत्तर-उत्तर-पूर्व दिशा में बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी की ओर मुड़ने की उम्मीद है।
भारतीय मौसम विभाग(ndia Meteorological Department) के अनुसार, दक्षिण पूर्व और इससे सटे पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी में समुद्र की स्थिति बहुत खराब से बहुत खराब रहेगी। हवा की गति 90-100 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। बंगाल के मध्य भागों और तटीय आंध्र प्रदेश के आसपास के हिस्सों और तटीय ओडिशा की समुद्री स्थिति भी 9 और 10 मई को खराब से बहुत खराब रहने की आशंका है। IMD का कहना है कि इसका सबसे अधिक असर निकोबार से लगभग 610 किमी उत्तर-पश्चिम में, पोर्ट ब्लेयर से 500 किमी पश्चिम में, विशाखापत्तनम से 810 किमी दक्षिण-पूर्व और पुरी से 880 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में दिखाई देगा।
आने वाले दिनों मे मौसम का हाल
अगले 24 घंटों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, गंगीय पश्चिम बंगाल, तटीय ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और मेघालय और नागालैंड के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
असम, अरुणाचल प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, आंतरिक ओडिशा, केरल, दक्षिण कर्नाटक, रायलसीमा और तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
विदर्भ, पश्चिम मध्य प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान और सौराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में लू की संभावना है।
मौसम में परिवर्तन की ये 4 बड़ी वजहें
1.स्काईवेट वेदर(skymetweather) के अनुसार, विदर्भ और आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हुआ है।
2. विदर्भ पर बने चक्रवाती परिसंचरण((cyclonic 2.circulation)) से एक ट्रफ रेखा मराठवाड़ा और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक होते हुए दक्षिण आंतरिक कर्नाटक तक फैली हुई है।
3. भारतीय मौसम विभाग(ndia Meteorological Department) के अनुसार, एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बांग्लादेश के पूर्वोत्तर और आसपास के क्षेत्रों में बना हुआ है।
4. एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ 11 मई की रात तक पश्चिमी हिमालय तक पहुंच सकता है।
बीते दिन इन राज्यों में हुई बारिश
पिछले 24 घंटों के दौरान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हुई और कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई।
केरल के आंतरिक तमिलनाडु, गंगीय पश्चिम बंगाल, पूर्वी झारखंड के कुछ हिस्सों और असम के पश्चिमी हिस्सों के अलावा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वी बिहार, तटीय आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में हल्की बारिश हुई।
विदर्भ, पश्चिम मध्य प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान और सौराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में लू चलती रही है।
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