गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय जनसंघ के जनक पंडित दीन दयाल की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की

भारतीय जनसंघ के जनक रहे पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें अपने दिल्ली स्थित आवास पर श्रद्धांजलि दी। शाह ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पंडित उपाध्याय ने एक ऐसे समय में नई विचारधारा को जन्म दिया जब आज़ादी के तुरंत बाद देश की नीतियां बननी थीं, देश को आगे बढ़ने की दिशा तय होनी थी। पश्चिम के अंध-अनुकरण की जगह  पंडित ने भारतीय मिट्टी की सुगंध वाली एक विचारधारा को जन्म देने का बहुत बड़ा काम किया। 

नई दिल्ली. गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit shah) ने शुक्रवार को भारतीय जनसंघ के जनक रहे पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्हें अपने दिल्ली स्थित आवास पर श्रद्धांजलि दी। शाह ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पंडित उपाध्याय ने एक ऐसे समय में नई विचारधारा को जन्म दिया जब आज़ादी के तुरंत बाद देश की नीतियां बननी थीं, देश को आगे बढ़ने की दिशा तय होनी थी। पश्चिम के अंध-अनुकरण की जगह  पंडित ने भारतीय मिट्टी की सुगंध वाली एक विचारधारा को जन्म देने का बहुत बड़ा काम किया। इस मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के संबोधित किया। 

न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में शाह ने कहा कि पंडित उपाध्याय की जयंती के मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को वर्चुअली संबोधित किया। 

क्या कहा पीएम मोदी ने

शुक्रवार को पंडित उपाध्याय की जयंती के मौके भाजपा के कार्यकर्ताओं को वर्चुअली संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद अनेक दशकों तक कांग्रेस द्वारा किसान और श्रमिक के नाम पर खूब नारे लगाए गए, बड़े-बड़े घोषणा पत्र लिखे गए, लेकिन समय की कसौटी ने​ सिद्ध कर दिया है कि वो सारी बातें कितनी खोखली थीं,। देश अब इन बातों को भली भांति जानता है इसलिए किसानों को इनसे भ्रमित होने से बचना चाहिए। हमारी सरकार ने किसान हित में इन बिलों को संसद से पारित करवाया है। 

Share this article
click me!

Latest Videos

संभल हिंसा पर कांग्रेस ने योगी और मोदी सरकार पर साधा निशाना
'बसपा अब नहीं लड़ेगी कोई उपचुनाव'BSP Chief Mayawati ने खुद बताई बड़े ऐलान की वजह
कांग्रेस के कार्यक्रम में राहुल गांधी का माइक बंद ऑन हुआ तो बोले- मुझे बोलने से कोई नहीं रोक सकता
तेलंगाना सरकार ने क्यों ठुकराया अडानी का 100 करोड़ का दान? जानें वजह
Kharmas 2024: दिसंबर में कब से लग रहे हैं खरमास ? बंद हो जाएंगे मांगलिक कार्य