सांसद और विधायक भी हैं रेपिस्ट? जानिए किस पार्टी में सबसे ज्यादा दागी
Sexual Harassment case against MPs & MLAs: कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर रेप व मर्डर, बदलापुर और अकोला में स्कूली छात्राओं से छेड़छाड़ से देश में आक्रोश है, लोग सड़कों पर है। क्या आप जानते हैं कि कितने जनप्रतिनिधियों पर यौन उत्पीड़न का केस दर्ज है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म्स (एडीआर) की रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, देश के मौजूदा 151 सांसद व विधायकों पर महिला उत्पीड़न के लिए एफआईआर दर्ज है।
किस-किस अपराध में दर्ज है जनप्रतिनिधियों पर केस?
देश के मौजूदा डेढ़ सौ जनप्रतिनिधियों पर एसिड अटैक, सेक्सुअल हैरेसमेंट, छेड़छाड़, महिला को न्यूड करना, उसका पीछा करना, नाबालिग लड़कियों को वेश्यावृत्ति के लिए खरीदना-बेचना, महिलाओं पर घरेलु हिंसा, शादीशुदा महिला को इरादतन रोकना और किडनैप करना, सहमति के बिना किसी महिला के साथ जबरिया रहना, दहेज हत्या या पत्नी के रहते दूसरी शादी आदि मामलों में एफआईआर दर्ज है।
कितने विधायकों व सांसदों पर हुए हैं केस?
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश के 775 सांसदों और 3938 विधायकों में 151 ऐसे सांसद या विधायक हैं जिन्होंने अपनी एफिडेविट में स्वीकार किया है कि उन पर महिला यौन अत्याचार का केस दर्ज है। वर्तमान में 16 सांसद और 135 विधायकों पर एफआईआर दर्ज है।
सबसे अधिक किस पार्टी के जनप्रतिनिधियों पर केस?
एडीआर रिपोर्ट के अनुसार, देश के दागी सांसदों में सबसे अधिक बीजेपी के जनप्रतिनिधि हैं। इसमें 44 बीजेपी के विधायक हैं और 10 बीजेपी के सांसद हैं। कांग्रेस के 23 तो तेलुगुदेशम के 17 जनप्रतिनिधियों पर केस दर्ज है। आप के 13 सांसद-विधायकों पर केस दर्ज है तो टीएमसी के 10 और राजद के 5 जनप्रतिनिधियों पर केस दर्ज है।
कितने जनप्रतिनिधियों पर रेप के केस हैं दर्ज?
एडीआर और इलेक्शन वॉच रिपोर्ट के अनुसार, देश के 16 जनप्रतिनिधियों पर रेप के मामले दर्ज हैं। इसमें दो सांसद और 14 विधायक हैं। डेटा पर गौर करें तो बीजेपी और कांग्रेस के पांच-पांच जनप्रतिनिधियों पर रेप के केस दर्ज हैं। इसमें बीजेपी के तीन विधायक और दो सांसद हैं। कांग्रेस के पांच विधायकों पर रेप केस है। इसके अलावा आप, टीएमसी, एआईयूडीएफ, भारत आदिवासी पार्टी, बीजेडी के एक-एक विधायक पर रेप का केस दर्ज है।