इस जवान पर आतंकियों ने दागी थी एके-47 से 27 गोलियां, अब दुनिया जानेगी उस वीर की कहानी

भारतीय वायुसेना ने स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना का नाम राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शामिल करने की मंजूरी दे दी है। अलगाववादी नेता यासीन मलिक ने कथित तौर पर वायुसेना के जवान रवि खन्ना की हत्या कर दी थी। भारतीय वायुसेना के सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 5, 2019 1:58 PM IST / Updated: Oct 05 2019, 07:45 PM IST

नई दिल्ली. भारतीय वायुसेना ने स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना का नाम राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शामिल करने की मंजूरी दे दी है। अलगाववादी नेता यासीन मलिक ने कथित तौर पर वायुसेना के जवान रवि खन्ना की हत्या कर दी थी। भारतीय वायुसेना के सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। 

सूत्रों ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि रवि खन्ना का नाम राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में वायुसेना के उन जवानों के साथ शामिल करने का फैसला किया है, जिन्होंने देश के लिए अपनी जान गंवाई है। सितंबर के आखिरी सप्ताह में यह फैसला लिया गया। कार्रवाई के दौरान शहीद हुए जवानों का नाम राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में शामिल किया जाता है। साथ ही उनकी वीरता की कहानी का भी जिक्र किया जाता है। 

कश्मीर में जनवरी 1990 को चार वायुसेना जवानों की हुई थी हत्या
प्रतिबंधित संगठन जेकेएलएफ प्रमुख यासीन मलिक पर 1990 में कश्मीर में रवि खन्ना समेत वायुसेना के चार जवानों हत्या में शामिल होने का आरोप है। 25 जनवरी को चार जवानों की हत्या की गई थी। रवि खन्ना पर आतंकियों ने  AK-47 से 27 गोलियां दागी थीं। 

इस मामले में सीबीआई ने जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट में मलिक के खिलाफ अगस्त 1990 में चार्जशीट दाखिल की थी। मलिक को इसी साल आतंकियों की आर्थिक मदद के मामले में गिरफ्तार किया गया है। वह अभी तिहाड़ जेल में बंद है। 

भाजपा सांसद ने किया था नाम शामिल करने का अनुरोध
कर्नाटक से भाजपा के राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से शहीद के नाम को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में शामिल करने का अनुरोध किया था।

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