Kandahar Hijack: पूर्व राजदूत का खुलासा- अल-कायदा नहीं, पाकिस्तान का था हाथ

Published : Sep 05, 2024, 12:08 AM ISTUpdated : Sep 05, 2024, 12:13 AM IST
Kandahar Hijack

सार

नेटफ्लिक्स की 'आईसी 814: द कंधार हाईजैक' ने 1999 के विमान अपहरण में पाकिस्तान की भूमिका पर फिर से बहस छेड़ दी है। पूर्व भारतीय उच्चायुक्त गोपालस्वामी पार्थसारथी ने पाकिस्तान पर आतंकवादियों का समर्थन करने का आरोप लगाया है।

नई दिल्ली। नेटफ्लिक्स की ‘आईसी 814: द कंधार हाईजैक’ (IC 814: The Kandahar Hijack) ने 1999 में आतंकवादियों द्वारा हाईजैक किए गए इंडियन एयरलाइंस के विमान के मामले को फिर से चर्चा में ला दिया है। विमान अगवा करने में पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई का कितना हाथ था इसको लेकर बहस हो रही है। उस समय पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त रहे गोपालस्वामी पार्थसारथी ने India Today TV से बातचीत में इसको लेकर बड़ा खुलासा किया है।

पार्थसारथी ने कहा कि विमान को हाईजैक करने में पाकिस्तान का पूरा हाथ था। उन्होंने कहा, "इसमें पाकिस्तान पूरी तरह शामिल था। विमान अगवा करने वाले आतंकी पाकिस्तानी थे। अल-कायदा (Al-Qaeda) का कोई सवाल नहीं है। अल-कायदा का पाकिस्तान के साथ कोई अच्छा रिश्ता नहीं था, जिससे वह विमान अपहरण को अंजाम दे सके।"

नेटफ्लिक्स की सीरीज में कथित तौर पर ISI को क्लीन चिट दी गई है और अगवा करने वाले आतंकियों को अफगानिस्तान व अल-कायदा से जोड़ा गया है। इसके चलते नेटफ्लिक्स की आलोचना हो रही है।

विमान हाईजैक किए जाने के बाद पाकिस्तान की सरकार ने दिया धोखा

पार्थसारथी ने बताया कि उस समय तालिबान ISI का ही विस्तार था। संभव है कि पाकिस्तान के कुछ लोग अफगानिस्तान से काम कर रहे हों। विमान हाईजैक किए जाने के बाद पाकिस्तान की सरकार ने धोखेबाजी वाला व्यवहार किया। पाकिस्तान की सरकार ने भारत से कहा कि वे संकट में सही काम करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं किया। वे कह कुछ और कर कुछ रहे थे।

पार्थसारथी ने कहा, "विमान अगवा किए जाने के कुछ दिनों बाद मैं अपने अधिकारी को कंधार भेजना चाहता था, लेकिन पाकिस्तान सरकार ने हर तरह के खेल खेले।" बता दें कि काठमांडु से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाले विमान को अगवा किया गया था। हाईजैक किए जाने के बाद विमान अमृतसर, लाहौर और दुबई में उतरा था। इसके बाद यह कंधार गया था।

ISI ने विमान अगवा करने वाले आतंकियों के साथ किया सहयोग

पार्थसारथी ने बताया, "जब अगवा किया गया विमान लाहौर आ रहा था तो मैं वहां पहुंचने के लिए तैयार था। उन्होंने (पाकिस्तान सरकार) इस्लामाबाद से लाहौर जाने वाले मेरे विमान को उड़ान भरने में देरी की । मुझे एक हेलीकॉप्टर दिया गया। जब मैं लाहौर के करीब आधी दूरी तक पहुंच गया तब उन्होंने कहा विमान उड़ गया है। आईएसआई के आतंकियों के साथ बहुत करीबी संबंध थे। उन्होंने अपहरण के दौरान पूरी तरह सहयोग किया।"

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