सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) का नाम आईसीसी अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नहीं भेजे जाने पर ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक बदला लेने के लिए सौरव गांगुली को वंचित रखा गया।
कोलकाता। आईसीसी अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए भारत की ओर से सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) का नाम नहीं भेजे जाने को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी द्वारा लिया जा रहा राजनीतिक बदला बताया है। ममता ने कहा कि केंद्र सरकार ने राजनीतिक प्रतिशोध लेने के लिए ऐसा किया है।
बनर्जी ने कहा कि सचिन तेंदुलकर को भी इसी तरह वंचित रखा गया। गांगुली को आईसीसी अध्यक्ष का चुनाव इसलिए लड़ने नहीं दिया गया कि किसी और को फायदा पहुंचाया जा सके। बनर्जी ने कहा, "उन्हें (सौरव गांगुली) क्यों आईसीसी नहीं भेजा गया? क्रिकेट बोर्ड में किसी को सुरक्षित रखने के लिए ऐसा किया गया। मैंने भाजपा के कई नेताओं से इस संबंध में बात की थी, लेकिन उन्हें चुनाव लड़ने नहीं दिया गया। उन्हें चुनाव से वंचित किया गया। यह शर्मनाक राजनीतिक प्रतिशोध है।"
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गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष पद से हटने पर ममता ने पीएम से की थी बात
गौरतलब है कि इस सप्ताह की शुरुआत में ममता बनर्जी ने बीसीसीआई अध्यक्ष पद से गांगुली के हटने पर आश्चर्य व्यक्त किया था। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप की मांग की थी ताकि उन्हें आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) के प्रमुख के लिए चुनाव लड़ने की अनुमति दी जा सके। बीसीसीआई अध्यक्ष पद से गांगुली के हटने के बाद 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रोजर बिन्नी को बीसीसीआई के 36वें अध्यक्ष के रूप में चुना गया है।
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