केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 जांच शुरू करने का इरादा रखने वाली निजी क्षेत्र की प्रयोगशालाओं के लिए मंगलवार को दिशानिर्देश जारी किये थे जबकि आईसीएमआर ने उनसे यह जांच मुफ्त करने की अपील की थी। अधिकारी ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि कोई भी इसे मुफ्ते नहीं करना चाहता और यही कारण है कि निजी लैब को कोविड-19 के लिये हर जांच की कीमत 4,500 से 5,000 रुपये के बीच रखने को कहा जाएगा।’’
नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले बढ़ने पर मान्यता प्राप्त निजी प्रयोगशालाओं (लैब) को अपनी मंजूरी देने के बाद भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा उन्हें प्रत्येक जांच की कीमत 4,500 रुपये से 5,000 रुपये के बीच रखने का शीघ्र निर्देश दिये जाने की संभावना है।
सरकार ने ये जांच फ्री में करने की अपील की थी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 जांच शुरू करने का इरादा रखने वाली निजी क्षेत्र की प्रयोगशालाओं के लिए मंगलवार को दिशानिर्देश जारी किये थे जबकि आईसीएमआर ने उनसे यह जांच मुफ्त करने की अपील की थी। अधिकारी ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि कोई भी इसे मुफ्ते नहीं करना चाहता और यही कारण है कि निजी लैब को कोविड-19 के लिये हर जांच की कीमत 4,500 से 5,000 रुपये के बीच रखने को कहा जाएगा।’’
देश में अब तक 4 लोगों की हो चुकी है मौत
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक करीब 51 निजी प्रयोगशालाओं ने सरकार से संपर्क कर उन्हें इस श्वसन रोग के लिये जांच की इजाजत देने का अनुरोध किया है। इस महामारी से देश में अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है। गौरतलब है कि फिलहाल आईसीएमआर ने इस वायरस की जांच केलिए अपनी 72 प्रयोगशालाओं को उपकरणों से लैस किया है। इसके अलावा सीएसआईआर और डीआरडीओ जैसे संगठनों की 49 प्रयोगशालाएं भी इस हफ्ते के अंत तक जांच के लिये सुसज्जित की जाएंगी।
आईसीएमआर एनसीआर और भुवनेश्वर में भी दो जांच केंद्र स्थापित कर रही है। ये केंद्र रोजाना 1400 नमूनों की जांच कर सकते हैं।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)