वैक्सीनेशन की स्पीड पर फोकस करने राज्यों के साथ चर्चा करेंगे हेल्थ मिनिस्टर, पूछेंगे पिछड़ने की वजह

1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीनेशन अभियान शुरू हुआ है, लेकिन कई राज्यों में यह गति नहीं पकड़ पा रहा है। कई जगह रुक-रुक हो रहा है, तो कहीं ठीक से शुरू भी नहीं हो पाया है। इसी समस्या को सुलझाने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन विभिन्न राज्यों के साथ चर्चा करेंगे। इस दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी बात होगी।

Asianet News Hindi | Published : May 12, 2021 7:02 AM IST / Updated: May 12 2021, 12:33 PM IST

नई दिल्ली. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत में वैक्सीनेशन को गति देने केंद्र सरकार पूरी ताकत झोंक रही है। 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीनेशन अभियान शुरू हुआ है, लेकिन कई राज्यों में यह गति नहीं पकड़ पा रहा है। कई जगह रुक-रुक हो रहा है, तो कहीं ठीक से शुरू भी नहीं हो पाया है। इसी समस्या को सुलझाने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन विभिन्न राज्यों के साथ चर्चा करेंगे। इस दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी बात होगी।

कई राज्यों का कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। डॉ. हर्षवर्धन उन राज्यों पर फोकस कर रहे हैं, जहां वैक्सीनेशन ठीक से नहीं हो पा रहा है। ये राज्य हैं-जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, बिहार, झारखंड, ओडिशा और तेलंगाना। बता दें कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि कोवैक्सीन ने कल चिट्ठी लिखकर कहा है कि वैक्सीन नहीं दे सकते हैं, क्योंकि वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा है कि संबंधित सरकारी अधिकारियों के कहने पर राज्यों को वैक्सीन दे रहे हैं। वे कह रहे हैं कि जितना केंद्र कह रहा है उससे ज्यादा वैक्सनी नहीं दे सकते। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार, भारत में कल तक कोरोना वायरस के लिए कुल 30,75,83,991 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 19,83,804 सैंपल कल टेस्ट किए गए। देश में कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 17,52,35,991 हो गया है।

यह भी जानें...
भारत में वैक्सीनेशन का पहला फेज 16 जनवरी से शुरू किया गया था। इसमें हेल्थ वर्कर्स, फ्रंट लाइन वर्कर्स को प्राथमिकता दी गई थी। इनकी संख्या करीब 3 करोड़ है। वैक्सीनेशन का दूसरा फेज 1 मार्च से शुरू हुआ था। इसमें 60+ और किसी गंभीर बीमार से ग्रस्त 45+ के लोगों को शामिल किया गया था। इनकी संख्या करीब 27 करोड़ है। तीसरा फेज 1 अप्रैल से शुरू हुआ था। जबकि चौथा फेज 1 मई से शुरू हुआ। इसमें 18 प्लस के सभी लोगों को शामिल किया गया है। 

जानें रजिस्ट्रेशन से जुड़ीं जरूरी बातें...
वैक्सीनेशन के लिए सेंटर पर असुविधा से बचने बेहतर होगा कि आप पहले से ही रजिस्ट्रेशन करा लें।Co-Win चीफ आर शर्मा ने जानकारी दी कि cowin.gov.in पर रजिस्ट्रेशन के लिए मोबाइल नंबर पर OTP आएगा। इसका वैरिफिकेशन कराना होगा। साथ ही आधार कार्ड, पैन कार्ड या अन्य किसी वैलिड फोटो पहचान पत्र के आधार पर इसे सम्मिट करना होगा। फिर पिनकोड डालकर आपको वैक्सीनेशन की जगह यानी सेंटर, तारीख और समय बताना होगा। एक मोबाइल ने अधिकतम 4 लोग रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।  आपको SMS के द्वारा जरूरी डिटेल्स भेजी जाएगी। फिर आपको Beneficiary Reference ID दी जाएगी इसे सेव करके रख लें। वैक्सीनेशन पेज पर बुक अपॉइंटमेंट पर आप वैक्सीनेशन सेंटर चुन सकते हैं। Covid-19 वैक्सीन  का सर्टिफिकेट cowin.gov.in और Aarogya Setu ऐप से डाउनलोड किया जा सकता है।

नहीं मिलेगी वॉक-इन सुविधा
इस बार सीधे सेंटर पर जाकर वैक्सीन लगवाने की सुविधा नहीं मिलेगी। केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि18 से 44 साल के लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। वॉक-इन यानी सीधे केंद्रों पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराने की सुविधा नहीं मिलेगी।

Asianet News का विनम्र अनुरोधः आइए साथ मिलकर कोरोना को हराएं, जिंदगी को जिताएं...। जब भी घर से बाहर निकलें माॅस्क जरूर पहनें, हाथों को सैनिटाइज करते रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। वैक्सीन लगवाएं। हमसब मिलकर कोरोना के खिलाफ जंग जीतेंगे और कोविड चेन को तोडेंगे। #ANCares #IndiaFightsCorona

 

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