खालिस्तान समर्थकों ने दी धमकी, प्रगति मैदान में लगाएंगे झंडा, वाशिंगटन में भारतीय पत्रकार पर किया हमला

Published : Mar 26, 2023, 08:26 AM ISTUpdated : Mar 26, 2023, 08:29 AM IST
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सार

खालिस्तान समर्थकों ने ऑडियो भेजकर दिल्ली के प्रगति मैदान में तिरंगा झंडा हटाकर खालिस्तान का झंडा लगाने की धमकी दी है। दूसरी ओर वाशिंगटन में भारत के दूतावास के बाहर प्रदर्शन के दौरान खालिस्तान समर्थकों ने भारतीय पत्रकार पर हमला किया।

नई दिल्ली। खालिस्तान समर्थकों ने ऑडियो भेजकर धमकी दी है कि वे दिल्ली के प्रगति मैदान में तिरंगे को हटाकर खालिस्तान का झंडा लगाएंगे। यह प्री रिकॉर्डेड ऑडियो विमान में सवार होकर मुंबई से दिल्ली आ रहे एक व्यक्ति के मोबाइल फोन पर आया था।

दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। पुलिस की स्पेशल सेल यूनिट मामले की जांच कर रही है। ऑडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के लिए भी अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया है। दिल्ली के प्रगति मैदान में सितंबर में G20 की मीटिंग होने वाली है। इसके लिए युद्ध स्तर पर तैयारी चल रही है।

अमृतपाल के करीबी से जुड़े पति-पत्नी को जम्मू पुलिस ने हिरासत में लिया

दूसरी ओर एक सप्ताह से अधिक समय बीतने के बाद भी पंजाब पुलिस खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। जम्मू पुलिस ने अमरीक सिंह और उनकी पत्नी परमजीत कौर को हिरासत में लेकर पंजाब पुलिस को सौंप दिया है। पति-पत्नी आरएस पुरा में रहते हैं। दोनों के अमृतपाल के करीबी पापलप्रीत सिंह से जुड़े होने की जानकारी मिली है।

वाशिंगटन में खालिस्तान समर्थकों ने भारतीय पत्रकार पर हमला किया

खालिस्तान समर्थकों ने शनिवार को वशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने घटना को कवर कर रहे भारतीय पत्रकार ललित झा पर हमला किया और उन्हें गालियां दी। झा ने रविवार को अमेरिकी सिक्रेट सर्विस को सुरक्षा देने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि खालिस्तान समर्थकों ने डंडे से उनके सिर पर वार किया था। उन्होंने घटना का वीडियो ट्वीट किया है।

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इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि मैं सुरक्षा देने के लिए सिक्रेट सर्विस को धन्यवाद देता हूं, जिसके चलते अपना काम कर पाया, नहीं तो यह हॉस्पिटल से लिख रहा होता। दो डंडों से मेरे कान पर मारा गया था। डरकर मैंने 9/11 पर कॉल किया। इसके तुरंत बाद मेरी सुरक्षा के लिए दो पुलिस वैन पहुंचे। मैंने सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों को देखा और उन्हें घटना के बारे में बताया। उन्होंने मुझे पीटे जाने से बचाया।

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