इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अपना यूजर फ्रेंडली पोर्टल 7 जून को लॉन्च कर दिया। नई डिजाइन के अलावा इसमें इंटरैक्टिव सॉफ्टवेयर शामिल है जो आयकर रिटर्न दाखिल करने वाले टैक्सपेयर्स को सुविधा के साथ-साथ आधुनिकता भी प्रदान करता है।
नई दिल्ली. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अपना यूजर फ्रेंडली पोर्टल 7 जून को लॉन्च कर दिया। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अपना यूजर फ्रेंडली पोर्टल 7 जून को लॉन्च कर दिया। लेकिन इसमें कई गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। इसे लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इंफोसिस के को-फाउंडर नंदन नीलेकणि पर नाराजगी जाहिर की। दरअसल, नए पोर्टल की को डिजाइन और रख रखाव का जिम्मा इंफोसिस के पास ही है।
निर्मला ने ट्वीट किया, आयकर विभाग के ई-फाइलिंग पोर्टल 2.0 का लंबे समय से इंतजार था। इसे सोमवार रात 10.45 बजे लॉन्च किया गया। इसे लेकर कई लोग शिकायत कर रहे हैं। वे साइट पर विजिट नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने नंदन नीलेकणि को टैग करते हुए लिखा, करदाताओं को सर्विस की क्वालिटी में कमी न होने दें। टैक्सपेयर्स के लिए प्रक्रिया आसान बनाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।
नई सुविधाओं के साथ हुआ लॉन्च
नई डिजाइन के अलावा इसमें इंटरैक्टिव सॉफ्टवेयर शामिल है जो आयकर रिटर्न दाखिल करने वाले टैक्सपेयर्स को सुविधा के साथ-साथ आधुनिकता भी प्रदान करता है। आयकर विभाग के मुताबिक, नया पोर्टल अधिक यूजर फ्रेंडली है, जिसमें कई नए फीचर जोड़े गए हैं। जो आईटीआर फाइल करने के प्रोसेस को आसान बना रहे हैं।
नए पोर्टल की खास बात ये है कि इसमें आयकर रिटर्न (आईटीआर) की तत्काल प्रोसेसिंग सुविधा जोड़ी गई है, ताकि टैक्सपेयर्स को त्वरित रिफंड जारी किया जा सके। इसके अलावा सभी ट्रांजेक्शन, अपलोड और पेंडिंग एक्शन एक ही डैशबोर्ड पर दिखेंगे, ताकि यूजर उसे रिव्यू कर सकें और जरूरत के हिसाब से एक्शन ले सकें।
मिलेंगी ये सुविधाएं
ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही स्थितियों के लिए आईटीआर के लिए तैयारी करने का सॉफ्टवेयर मुफ्त में उपलब्ध है। इसमें यूजर्स को असिस्ट करने की सुविधा भी होगी। प्री-फाइलिंग का विकल्प भी मिलेगा, ताकि कम से कम डेटा एंट्री करनी पड़े।
इसके साथ ही टैक्सपेयर अपनी सैलरी, गृह संपत्ति, व्यवसाय या पेशे सहित आय के कुछ विवरण प्रदान करने के लिए अपनी प्रोफाइल को सक्रिय रूप से अपडेट कर सकेंगे। जिसका उपयोग उनके आईटीआर को पूर्व-भरने में किया जाएगा। टीडीएस और एसएफटी विवरण अपलोड होने के बाद इनकम, ब्याज, लाभांश और पूंजीगत लाभ के साथ पूर्व-भरण की विस्तृत सक्षमता उपलब्ध होगी। इससे वेतनभोगियों और पेंशनर्स को आयकर रिटर्न भरने में और ज्यादा आसानी होगी। कारोबारियों को भी पहले के मुकाबले रिटर्न में कई तरह की नई जानकारियां पहले से भरी मिलेंगी।
- आयकर फॉर्म भरने, टैक्स प्रोफेशनल्स को जोड़ने, फेसलेस स्क्रूटनी या अपील में नोटिस के जवाब देने की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
बनाया गया नया कॉलसेंटर
इसके अलावा टैक्सपेयर्स के प्रश्नों के उत्तर देने के लिए नया कॉल सेंटर बनाया गया है। इसके अलावा एफएक्यू इस्तेमाल करने वालों के नियमावली, वीडियो और चैटबॉट/लाइव एजेंट भी प्रदान किए गए।