स्वतंत्रता दिवस: पीएम मोदी ने लाल किले से 87 मिनट का भाषण दिया, जानिए कब दी थी सबसे लंबी स्पीच
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने 87 मिनट का भाषण दिया। यह उनका चौथा सबसे लंबा भाषण था। इससे पहले पीएम ने 2016 में 94 मिनट का भाषण दिया था। पीएम मोदी ने अपने भाषण में आत्मनिर्भर भारत पर सबसे ज्यादा जोर दिया।
Asianet News Hindi | Published : Aug 15, 2020 9:22 AM / Updated: Aug 15 2020, 09:34 AM IST
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने 87 मिनट का भाषण दिया। यह उनका चौथा सबसे लंबा भाषण था। इससे पहले पीएम ने 2016 में 94 मिनट का भाषण दिया था। पीएम मोदी ने अपने भाषण में आत्मनिर्भर भारत पर सबसे ज्यादा जोर दिया। इसके अलावा उन्होंने कोरोना, कोरोना वैक्सीन का जिक्र किया। पीएम ने पाकिस्तान और चीन का नाम लिए बिना दोनों देशों को कड़ा संदेश दिया।
साल
कितने मिनट का भाषण
2020
87
2019
92
2018
83
2017
56
2016
94
2015
88
2014
65
मोदी ने तोड़ा था जवाहरलाल नेहरू का रिकॉर्ड देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले से 1947 में 72 मिनट का भाषण दिया था, जो 2015 तक का सबसे लंबा भाषण था। मोदी ने उनका रिकॉर्ड तोड़ा। मनमोहन सिंह ने लाल किले से 10 बार देश को संबोधित किया। उनका भाषण दो बार ही 50 मिनट का रहा। बाकी आठ बार भाषण का समय 32 से 45 मिनट के बीच ही रहा। वहीं, अटल बिहारी वाजपेयी भाजपा के पहले प्रधानमंत्री रहे, जिन्होंने स्वतंत्रता दिवस 30 से 35 मिनट भाषण दिया।
पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें
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पीएम मोदी ने कहा, LOC से लेकर LAC तक, देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आंख उठाई है, देश ने, देश की सेना ने उसका उसी भाषा में जवाब दिया है। भारत की संप्रभुता का सम्मान हमारे लिए सर्वोच्च है। इस संकल्प के लिए हमारे वीर जवान क्या कर सकते हैं, देश क्या कर सकता है, ये लद्दाख में दुनिया ने देखा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत अगली साल आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश करेगा। ऐसे में अब भारत का आत्मनिर्भर भारत बनना जरूरी है। पीएम मोदी ने कहा, भारत जो ठान लेता है, वह करके मानता है। मुझे ये पूरा विश्वास है।
पीएम मोदी ने कहा, अगले वर्ष हम अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर जाएंगे। एक बहुत बड़ा पर्व हमारे सामने है। गुलामी का कोई कालखंड ऐसा नहीं था जब हिंदुस्तान में किसी कोने में आजादी के लिए प्रयास नहीं हुआ हो, प्राण-अर्पण नहीं हुआ हो।
प्रधानमंत्री ने कहा, आज इन सभी में भारत, न सिर्फ अपनी जरूरतें खुद पूरी कर रहा है, बल्कि दूसरे देशों की मदद के लिए भी आगे आया है। कौन सोच सकता था कि कभी देश में गरीबों के जनधन खातों में हजारों-लाखों करोड़ रुपए सीधे ट्रांसफर हो पाएंगे? कौन सोच सकता था कि किसानों की भलाई के लिए APMC एक्ट में इतने बड़े बदलाव हो जाएंगे।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, कोरोना के इस असाधारण समय में, सेवा परमो धर्म: की भावना के साथ, अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर्स, नर्से, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी, अनेको लोग, चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैं।
पीएम ने कहा, जब कोरोना शुरू हुआ था तब हमारे देश में कोरोना टेस्टिंग के लिए सिर्फ एक Lab थी। आज देश में 1,400 से ज्यादा Labs हैं। उस वक्त सिर्फ देश में 300 लोगों के टेस्ट हो पाते थे। आज हर रोज 7 लाख से ज्यादा टेस्टिंग हो रही है।