कांग्रेस नेताओं को राहुल गांधी का स्पष्ट संदेश, क्षेत्रीय व छोटे दलों को एडजस्ट करें, सीटों के लिए INDIA की एकता में दरार न आए

Published : Dec 22, 2023, 03:55 PM ISTUpdated : Dec 22, 2023, 03:56 PM IST
Rahul Gandhi with Nitish kumar

सार

दरअसल, पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन आशानुरुप नहीं रहा। दक्षिणी राज्य तेलंगाना को छोड़कर हिंदी पट्टी के तीन राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में काफी निराशाजनक प्रदर्शन कांग्रेस का रहा।

Rahul Gandhi on INDIA bloc unity: इंडिया गठबंधन की यूनिटी के लिए राहुल गांधी ने बड़ी पहल की है। सीडब्ल्यूसी मीटिग में राहुल गांधी ने शीर्ष नेतृत्व से राज्यों में छोटे या क्षेत्रीय दलों को पूरा स्पेस देने की बात कही है। उन्होंने कांग्रेस स्टेट यूनिट्स को क्षेत्रीय व छोटे दलों के साथ एडजस्ट करने को कहा ताकि 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी से एकजुट होकर लड़ाई लड़ी जा सके।

दरअसल, पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन आशानुरुप नहीं रहा। दक्षिणी राज्य तेलंगाना को छोड़कर हिंदी पट्टी के तीन राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में काफी निराशाजनक प्रदर्शन कांग्रेस का रहा। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने सत्ता गंवा दी तो मध्य प्रदेश में वापसी को झटका लगा। चुनाव के दौरान कांग्रेस के राज्य इकाईयों के साथ गठबंधन दलों का मनमुटाव भी खुलकर सामने आया। चुनाव हारने के बाद इंडिया गठबंधन के भविष्य को लेकर कयास लगाया जाने लगा था। बीते दिनों नई दिल्ली में हुई इंडिया की मीटिंग में कोई खास उपलब्धि हासिल नहीं हो सका।

सीडब्ल्यूसी मीटिंग में राहुल गांधी ने नेताओं को दी नसीहत

सीडब्ल्यूसी मीटिंग में पांच राज्यों में कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर चर्चा तो हुई ही लोकसभा 2024 चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन के भविष्य पर भी चर्चा हुई। मीटिंग के दौरान राहुल गांधी ने गठबंधन की एकता के लिए कांग्रेस को राज्यों में क्षेत्रीय दलों को समायोजित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 2024 के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा से मुकाबला करने के लिए विपक्षी एकता सबसे बड़ी रणनीति होनी चाहिए।

राहुल गांधी ने सवाल किया कि राज्य इकाइयां भाजपा को हराने के लिए छोटी पार्टियों के साथ तालमेल बिठाने के लिए तैयार क्यों नहीं हैं। पार्टी मीटिंग में कमलनाथ के स्टैंड पर भी चर्चा हुई। पार्टी का मानना है कि तीन राज्यों में नुकसान, बीजेपी के खिलाफ वोटों के बिखराव की वजह से हुआ। छोटे दलों के साथ कांग्रेस के नेताओं ने समझौता न कर गलती कर दी। मध्य प्रदेश के स्पष्ट संदर्भ में, जहां कमलनाथ ने समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव के साथ गठबंधन की बात को खारिज कर दिया था। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस को छोटे दलों के साथ सीट-बंटवारे पर सहमत होना चाहिए था। राहुल ने कहा कि कांग्रेस को दूसरों को समायोजित करने की जरूरत है और भाजपा के खिलाफ लड़ाई में वोट का हर प्रतिशत मायने रखता है। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने 2018 में तीनों राज्यों में जीत हासिल की और भाजपा अपराजेय नहीं है।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- सीटें छोड़ना मुद्दा नहीं होना चाहिए

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कथित तौर पर इस विचार का समर्थन किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी के व्यापक हित में चार या पांच सीटें छोड़ना कोई मुद्दा नहीं होना चाहिए था।

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