मुंबई में बनी भारत की पहली समुद्र के नीचे सड़क में उद्घाटन के दो महीने बाद ही पानी रिसने लगा

Published : May 28, 2024, 10:30 PM ISTUpdated : May 28, 2024, 10:32 PM IST
Mumbai Under sea road

सार

भारत के पहली समुद्रीय सुरंग सड़क को मुंबई में बनाया गया है। करीब तीन महीने पहले इस सड़क पर आवागमन शुरू कर दिया गया था।

India's First under sea road in Mumbai: मुंबई में देश की पहली समुद्र के नीचे सुरंग वाली सड़क बनी थी। लेकिन उद्घाटन के कुछ ही महीने में ही यह सड़क बदहाल हो गई। मुंबई वासियों के सफर को आसान करने वाली इस सड़क में पानी का रिसाव शुरू हो गया है। यात्रा करने वाले अब डर के मारे इस रूट पर यात्रा नहीं कर रहे हैं क्योंकि पानी का रिसाव किसी बड़े हादसा की वजह न बन जाए।

रविवार को इस सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए पानी के रिसाव के वीडियो व फोटोज पोस्ट किए गए। वीडियो व फोटोज को देखकर इस रूट पर सफर करने वालों को सुरक्षा संबंधी चिंताएं पैदा हो गई।

मुख्यमंत्री बोले-कमिश्नर को फोन किया था

समुद्री सड़क में हो रहे रिसाव की वजहों को तलाशा जा रहा है। उधर, इस सूचना के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनको जानकारी मिली है। वह कमिश्नर से इसपर बात किए हैं। अधिकारियों व विशेषज्ञों से बातचीत की गई है, मूल स्ट्रक्चर को कोई खतरा नहीं है। दो-तीन जगहों पर लीकेज है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इसे स्पेशल टेक्निक से भरा जाएगा। साथ ही स्थायी समाधान ढूंढ़ा जाएगा। यात्रियों को कोई समस्या नहीं होगी। बारिश के मौसम में पानी न भरे इसका भी ख्याल रखने को निर्देशित किया गया है।

समुद्र तल से 17 से 20 मीटर नीचे है सुरंग वाली सड़क

भारत के पहली समुद्रीय सुरंग सड़क को मुंबई में बनाया गया है। करीब तीन महीने पहले इस सड़क पर आवागमन शुरू कर दिया गया था। सड़क के एक तरफ ही यातायात शुरू किया गया। लेकिन महज तीन महीने में ही सुरंग की तरह समुद्र के नीचे बनी सड़क की गुणवत्ता की पोल खुल गई। टनल में जगह-जगह रिसाव हो रहा है। दरअसल, 12.19 मीटर व्यास वाली जुड़वां सुरंगें बनाई जा रही हैं। इन दोनों में केवल एक तरफ वर्तमान में खुली है। कोस्टल रोड की 2.07 किमी लंबी सुरंग गिरगांव (मरीन ड्राइव से आगे) के पास शुरू होती है। यह उत्तर में अरब सागर, गिरगांव चौपाटी और मालाबार हिल के नीचे तक फैली हुई है। यह ब्रीच कैंडी के प्रियदर्शनी पार्क पर समाप्त होती है। तटीय सड़क गिरगांव से वर्ली तक की 45 मिनट की यात्रा को घटाकर केवल 10 मिनट कर देती है। यह समुद्र तल से 17 से 20 मीटर नीचे हैं। 11 मार्च से अब तक 7 लाख से अधिक वाहन इस मार्ग से यात्रा कर चुके हैं।

एकनाथ शिंदे ने किया था उद्घाटन

कोस्टल रोड, 1967 में विकसित शहर के मास्टरप्लान का हिस्सा था। इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने उप मुख्यमंत्रियों देवेंद्र फड़नवीस और अजीत पवार के साथ किया था। शिंदे ने कहा था कि तटीय सड़क का दूसरा चरण 10 जून तक खोल दिया जाएगा।

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