India manufacturing sector: देश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में रोजगार की काफी संभावनाएं बन रही है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में नौकरियों में वृद्धि तो हुई ही है, वेतन में भी काफी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। गुजरात, महाराष्ट्र और यूपी, निर्माण क्षेत्र में सबसे बड़े जॉब क्रिएटर बने हैं। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रिपोर्ट की सराहना करते हुए इसे पीएम मोदी के नेतृत्व में मजबूत हो रहे भारत को श्रेय दिया है। सरकारी सर्वे के अनुसार, वित्त वर्ष 23 में नौकरियों में 7.6% की वृद्धि हुई जबकि श्रमिकों के वेतन में 5.5% की बढ़ोतरी देखी गई।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में रोजगार बढ़ा, वेतन भी काफी बढ़ा
सरकार ने डेटा जारी कर बताया कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 2018-19 में 1.6 करोड़ श्रमिकों की तुलना में 2022-23 में 1.9 करोड़ श्रमिक काम कर रहे हैं। प्रति कारखाना श्रमिकों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। यह 2018-19 में 65 से बढ़कर 2022-23 में 71 हो गई। 2018-19 में प्रति श्रमिक औसत वार्षिक वेतन 1.69 लाख रुपये था जो 2022-23 में बढ़कर 2.05 लाख रुपये हो गया है। श्रमिकों का वेतन 5.5% की औसत बढ़ा है।
देश के इन तीन राज्यों का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में योगदान
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में गुजरात, महाराष्ट्र और यूपी का सबसे बड़ा योगदान है। यह तीनों राज्य मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का केंद्र बनकर उभरे हैं। मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में होने वाले कुल प्रोडक्शन में गुजरात की 17.7% हिस्सेदारी है। गुजरात इस मामले में टॉप पर है। जबकि महाराष्ट्र की 14.6% हिस्सेदारी है तो यूपी तीसरे नंबर पर 7.1% का योगदान दे रहा है।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में रोजगार देने में महाराष्ट्र टॉप पर
सरकार द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार, महाराष्ट्र ने मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में नौकरियों में 12.8% का योगदान दिया है जबकि गुजरात 12.6 प्रतिशत के साथ दूसरे नंबर पर है तो उत्तर प्रदेश 8.1% के साथ तीसरा नौकरी देने वाला राज्य है। देश के कुल मैन्युफैक्चरिंग कारखानों में गुजरात 12.2 प्रतिशत के साथ दूसरे तो महाराष्ट्र 10.4 प्रतिशत के साथ तीसरे और यूपी 7.5 प्रतिशत के साथ चौथे स्थान पर है।
यह भी पढ़ें: