Survey Report: दुनिया में सरकार पर भरोसा रखनेवाले देशों में भारत नंबर 1, चीन में मीडिया है गवर्नमेंट से आगे

दुनिया में सरकार पर भरोसा रखनेवाले देशों में भारत पहले स्थान पर है। वहीं मलेशिया दूसरे स्थान पर है। कोविड 19 के वक्त से ही आईपीएसओएस (IPSOS) ग्लोबल ट्रस्टवर्दीनेस मॉनिटर इस पर एक सर्वे करा रही थी। संस्था ने अलग-अलग सेक्टर के लिए सर्वे कराया है। 

नई दिल्लीः भारत में लोगों को सरकार पर काफी ज्यादा भरोसा है। आईपीएसओएस (IPSOS) ग्लोबल ट्रस्टवर्दीनेस मॉनिटर की एक सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है। संस्था ने पूरी दुनिया में अलग-अलग सेक्टर और अलग-अलग उम्र के लोगों पर सर्वे कराया। इसके नतीजे में आया कि पूरे विश्व में सरकार पर भरोसा रखनेवाले देशों में भारत पहले स्थान पर है। वहीं मलेशिया दूसरे स्थान पर है। इस लिस्ट में जर्मनी और नीदरलैंड भी शामिल है। वहीं जापान, कनाडा, यूके, यूएस, फ्रांस और स्पेन को सरकार से ज्यादा पब्लिक सर्विसेज पर ज्यादा भरोसा है। रिपोर्ट के मुताबिक साउथ अफ्रीका, कोलंबिया, पॉलैंड, हंगरी, अर्जेंटीना, पेरू, चिली, रोमानिया के लोग सरकार पर बहुत कम भरोसा करते हैं। 

48% लोगों को है सरकार पर भरोसा
भारत में 48% लोगों को सरकार पर भरोसा है। वहीं मलेशिया के 45% लोगों ने सरकार पर भरोसा जताया है। वहीं चीन के 57% लोगों को मीडिया पर भरोसा है। महामारी को लेकर लापरवाही और बेरोजगारी से भी सरकारों पर भरोसा घटा है। अमेरिका और चीन को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। अमेरिका में चुनाव के बाद 5%, जबकि चीन में मई 2020 के बाद 18% कमी आई है। महामारी, गरीबी और बेरोजगारी के दौर में राजनेताओं, धार्मिक लोगों पर भरोसा घटा है। लोगों ने सबसे ज्यादा भरोसा वैज्ञानिकों और पड़ोसियों या स्थानीय समुदाय पर जताया है। महामारी से पहले काफी कम लोगों ने स्वास्थ्य, शिक्षा को अहम बताया था। अब 60 फीसदी से ज्यादा लोगों ने इसे अहम बताया है। 10 में से 6 लोगों ने फेक न्यूज से निपटना जरूरी बताया है।

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कई देशों की सरकार को माना गया अयोग्य
सर्वे के अनुसार कई देशों में सरकारों को अयोग्य और बेईमान माना गया है, लेकिन पर्यावरण संरक्षण और आय असमानता दूर करने के मामले में कंपनियों के मुकाबले ज्यादा भरोसेमंद माना गया है। इसमें मीडिया को भी अयोग्य और बेईमान माना गया है। सर्वे में शामिल लोगों में से 57 प्रतिशत का मानना है कि मीडिया अपना काम सही तरीके से नहीं कर रहा। हालांकि, सर्वे में माना गया है कि कंपनियां और सरकारें उच्च भरोसा हासिल करने के लिए कदम उठा सकती हैं। 

2019 से हो रहा सर्वे
वर्ष 2019 में आईपीएसओएस ने ट्रस्ट द ट्रूथ सर्वे की शुरुआत की थी। इसमें पॉलिटिशियंस, बिजनेस लीडर्स और जर्नलिस्ट के बारे में बातें आयी थीं। इसी रिपोर्ट के मुताबिक 2019 से लेकर अब तक कई चीजों में बदलाव आए हैं। इस दौरान वातावरण, सामाजिक और राजनीतिक पहलुओं की महत्व बढ़ी है। वहीं कोरोना काल में पूरे विश्व में डॉक्टर्स पर 64%, साइंटिस्ट पर 61%, टीचर्स पर 55%, आर्मी पर 42% लोगों ने भरोसा जताया है। इसी दौरान राज नेताओं पर सबसे कम 10%, मंत्री पर 14% लोगों ने ही भरोसा जताया है। 

 

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