नई दिल्ली: खालिस्तान समर्थक नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में भारत के पूर्व रॉ अधिकारी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होने के मामले में अमेरिका को भारत का जवाब। अमेरिका द्वारा नामित पूर्व रॉ अधिकारी विकास यादव अब किसी सरकारी पद पर नहीं हैं, ऐसा भारत ने जवाब दिया है। अमेरिका की जांच में सहयोग करने की बात भी भारत ने कही है।
खालिस्तान समर्थक नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश भारत ने रची, यह गंभीर आरोप अमेरिका ने लगाया है। भारत के खिलाफ पन्नू के बयानों के कारण ही हत्या की कोशिश की गई, ऐसा भी बताया गया है। अमेरिकी नागरिक पन्नू को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का संवैधानिक अधिकार है। इसके खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, ऐसा अमेरिकी जांच एजेंसी FBI के निदेशक क्रिस्टोफर रे ने कहा। पूर्व सैनिक और रॉ अधिकारी विकास यादव की तस्वीर के साथ अमेरिका ने गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया था।
पन्नू के घर का पता, आने-जाने की जगहों की जानकारी अमेरिका में गिरफ्तार किए गए गुजरात के निखिल गुप्ता को विकास यादव ने दी थी, ऐसा FBI का आरोप है। पन्नू की हत्या की योजना निखिल गुप्ता ने बनाई। इसके लिए अमेरिका में एक अमेरिकी एजेंट को गलती से हत्यारा समझकर काम सौंपा गया। इस एजेंट के जरिए अमेरिकी जांच एजेंसियां निखिल गुप्ता पर नजर रख रही थीं, तब पता चला कि उसे रॉ अधिकारी नियंत्रित कर रहा है, ऐसा कोर्ट में दी गई रिपोर्ट में कहा गया है।
कनाडा में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या भी इसी तरह की गई थी, यह जानकारी भी निखिल गुप्ता ने दी, ऐसा अमेरिका का दावा है। विकास यादव को सौंपने की मांग अमेरिका ने भारत से की है।