बुधवार को भारत ने विस्तारित रेंज ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया है। यह मिसाइल 400 किमी से ज्यादा की दूरी तक दुश्मन पर निशाना साध सकती है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के पीजे-10 परियोजना के तहत ओडिशा के बालासोर तट से यह परीक्षण किया गया। इसके तहत मिसाइल को स्वदेशी बूस्टर के साथ लॉन्च किया गया। यह ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल के विस्तारित रेंज संस्करण का दूसरा परीक्षण था। इसे नए स्वदेशी बूस्टर और एयरफ्रेम के साथ लगाया गया है। यह ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल के एक्सटेंडेड रेंज वर्जन का दूसरा सफल परीक्षण है। इसके सफल परीक्षण पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने DRDO को बधाई दी है।
बालासौर. भारत ने बुधवार को विस्तारित रेंज ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया है। यह मिसाइल 400 किमी से ज्यादा की दूरी तक दुश्मन पर निशाना साध सकती है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के पीजे-10 परियोजना के तहत ओडिशा के बालासौर तट से यह परीक्षण किया गया। इसके तहत मिसाइल को स्वदेशी बूस्टर के साथ लॉन्च किया गया। यह ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल के विस्तारित रेंज संस्करण का दूसरा परीक्षण था। इसे नए स्वदेशी बूस्टर और एयरफ्रेम के साथ लगाया गया है। यह ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल के एक्सटेंडेड रेंज वर्जन का दूसरा सफल परीक्षण है। इसके सफल परीक्षण पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने DRDO को बधाई दी है।
दरअसल, पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन सीमा तनाव ने भारत को पूरी तरह सतर्क रहने की सीख दी है। इसीलिए चीन की ओर से मिलने वाली किसी भी तरह की चुनौती से निपटने के लिए भारत चौतरफा रणनीति पर तेजी से काम हो रहा है। बता दें कि भारत-चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में पिछले 5 महिनों से सीमा गतिरोध बना हुआ है। इसको लेकर दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर पर कई बार बातचीत भी हो चुकी हैं लेकिन अबतक सीमा पर स्थिति यथासंभव बनी हुई है।