फाइनेंस डायरेक्टर राजेंद्र प्रसाद गोयल ने बताया कि पहली यूनिट के दिसंबर में चालू होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि 2024 के अंत तक सभी आठ यूनिट्स शुरू हो जाएंगी।
Mega Hydro Project near China border: भारत जल्द की चीन बार्डर के पास बहुप्रतिक्षित मेगा हाईड्रो प्रोजेक्ट का शुभारंभ करने जा रहा है। करीब 20 साल से इस हाईड्रो प्रोजेक्ट पर काम चल रहा था। परियोजना का ट्रायल इसी साल जुलाई में किया जाएगा। वित्त निदेशक राजेंद्र प्रसाद गोयल के मुताबिक, पहली यूनिट के दिसंबर में चालू होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि 2024 के अंत तक सभी आठ यूनिट्स चालू हो जाएंगी।
जुलाई में ट्रायल रन
भारत एक मेगा जलविद्युत परियोजना शुरू करने में दो दशक का समय लगा है। असम और अरुणाचल प्रदेश राज्यों के माध्यम से चलने वाली सुबनसिरी लोअर परियोजना के लिए एनएचपीसी लिमिटेड जुलाई में ट्रायल रन शुरू करेगी। फाइनेंस डायरेक्टर राजेंद्र प्रसाद गोयल ने बताया कि पहली यूनिट के दिसंबर में चालू होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि 2024 के अंत तक सभी आठ यूनिट्स शुरू हो जाएंगी।
हाइड्रो पॉवर से डिमांड के अनुरूप बिजली प्रोडक्शन
इस हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट के शुरू होने से डिमांड के अनुरूप बिजली उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। इससे ग्रिड संतुलित होगा। सौर और पवन उर्जा से उत्पादन में भी सहयोग मिलेगा। दरअसल, यह परियोजना साल 2003 में ही शुरू हुई थी। लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध, पर्यावरण की चिंताओं को देखते हुए कोर्ट में मुकदमों की वजह से 2 गीगावाट के प्रोजेक्ट में काफी दिक्कतें हुई।
एनजीटी ने 2019 में काम करने की अनुमति दी
2003 में शुरू हुई परियोजना पर्यावरण चिंताओं की वजह से लटक गई थी। हालांकि, करीब 8 साल तक काम रोके जाने के बाद 2019 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने काम को फिर से शुरू करने की अनुमति दी थी। इसके बाद काम प्रारंभ हो सका। हालांकि, काम को शुरू करने में देरी, कोर्ट-कचहरी, स्थानीय विरोध की वजह से परियोजना की लागत में तीन गुना बढ़ोतरी हो गई। अब यह प्रोजेक्ट लागत 2.6 बिलियन डॉलर के आसपास हो चुकी है।
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